तनरेन्द्र देवांगन
दिलेर समाचार, किसी भी वस्तु या कार्य को प्रारंभ करने में मुहूर्त देखकर उसे करने से बड़ा सुकून मिलता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। जब बात अपने सपनों के घर की हो तो उसके निर्माण को शुरू करने में पहले मुहूर्त देखना चाहिए। शुभ मुहूर्त में निर्माण कार्य प्रारंभ होता है तो निर्माण कार्य के दौरान किसी तरह के व्यवधान नहीं आते हैं। आइए जानें कि गृह निर्माण प्रारंभ करने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन कैसे करें?
भवन संबंधी कार्यों की शुरूआत के लिए शुभ माह का चयन करना महत्त्वपूर्ण है। भारतीय कैलेंडर के हिसाब से फाल्गुन, बैसाख और सावन के महीने में भूमिपूजन, शिलान्यास और गृह निर्माण के लिए सबसे अच्छे माह माने जाते हैं।
माघ, ज्येष्ठ, भाद्रपद और मार्गष्शीर्ष माह मध्यम श्रेणी में रखे गए हैं।
चैत्रा, आषाढ़, आश्विन और कार्तिक मास वर्जित कहे गए हैं।
सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार और शनिवार सबसे शुभ दिन माने जाते हैं।
मंगलवार और रविवार को निर्माण से संबंधित काम न करें।
द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी या त्रायोदशी तिथियां शुभ हैं।
किसी भी शुभ माह में रोहिणी, पुष्य, अश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तरा भाद्रपदा, स्वाति, हस्तचित्रा, रेवती, शतभिषा, धनिष्ठा सबसे पवित्रा और सभी प्रकार से लाभप्रद नक्षत्रा माने जाते हें।
सात शुभ लक्षणों का योग सावन मास, शुक्ल पक्ष, सप्तमी तिथि, शनिवार का दिन, शुभ योग, सिंह लग्न में स्वाति नक्षत्रा हो तो गृह निर्माण का प्रारंभ सबसे अच्छा माना जाता है।
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