दिलेर समाचार, अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर का मामला लगातार गरमा रहा है। रामलला की जन्मभूमि पर मंदिर बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने जहां 25 नवंबर को जो धर्मसभा बुलाई है, वहीं शनिवार को अयोध्या पहुंच रहे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे यहां लक्ष्मणकिला परिसर में संतों व आचार्यों का पूजन करेंगे। रामनगरी में करीब चार हजार शिवसैनिक विशेष आरक्षित ट्रेन से पहुंचेंगे। उनके आगमन को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित रेलवे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी प्रमुख प्रमुख अखिलेश यादव ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट को अयोध्या में फौज लगाकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देने चाहिए। वहां मप्र के पन्ना में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। राम मंदिर पर अध्यादेश लाने की बात पर अखिलेश ने कहा कि राम मंदिर पर फैसला सुप्रीम कोर्ट से ही होना चाहिए।
प्रयागराज से खबर है कि रामलला की जन्मभूमि पर मंदिर बनाने के लिए विश्व हिदू परिषद ने 25 नवंबर को जो धर्मसभा बुलाई है, उसे प्रयाग व काशी से भी भरपूर शक्ति मिलेगी। काशी प्रांत से एक लाख रामभक्त अयोध्या पहुंचने की तैयारी में हैं। हालात सामान्य रहें या विपरीत, रामभक्तों का रेला नहीं थमेगा। इसकी रणनीति संघ ने बना ली है। प्रांत प्रचार प्रमुख रमेश तैयारियों व रणनीतिक बैठकों पर नजर बनाए हुए हैं। विहिप के इस आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विभिन्न संगठनों ने पूरी ताकत लगा दी है। संघ के काशी प्रांत के प्रचार प्रमुख रमेश इसके लिए प्रयागराज समेत अनेक जिलों में बैठकें कर चुके हैं।
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