Logo
March 28 2024 05:27 PM

CBSE पेपर लीक: 22 लाख छात्रों को भारी पड़ा चंद लोगों की हरकत

Posted at: Mar 29 , 2018 by Dilersamachar 9815

दिलेर समाचार, नई दिल्ली। सीबीएसई की प्रतिष्ठा को उस समय तगड़ा झटका लगा जब खुलासा हुआ कि पेपर लीक के कारण 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा होगी। इसका सीधा असर 22 लाख छात्रों पर पड़ा है। यहां हम बताएंगे कि सीबीएसई के पेपर सेट करने की प्रक्रिया क्या रहती है और इस बार कहां चूक हुई।

सीबीएसई हर साल तीन-चार अलग-अलग रिसॉर्स पर्सन से पर्चा सेट करवाता है। यह रिसॉर्स पर्सन कोई सीबीएसई प्रोफेसर हो सकता है तो किसी स्कूल की फैकल्टी भी हो सकती है। इनकी पहचान उजागर नहीं की जाती है।

पर्चा हाथ से लिखकर नहीं, बल्कि प्रिंट के साथ सीलबंद लिफाफे में रखकर सीबीएसई को भेजे जाते हैं। ये पेपर सीबीएसई के उन अधिकारियों के पास जाते हैं, जो डिफिकल्टी लेवल जांचते हैं। इसके बाद अनुवाद होता है और फाइनल पेपर प्रिंट होते हैं। इसके बाद स्टोरेज में रखे जाते हैं।

परीक्षा वाले दिन ये पेपर्स उठाए जाते हैं और परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाए जाते हैं, जहां सील तोड़कर बच्चों में बांटे जाते हैं।

ये भी पढ़े: खूबियों पर भारी पड़ी खामियां, 'महाराजा' की खुली पोल

Related Articles

Popular Posts

Photo Gallery

Images for fb1
fb1

STAY CONNECTED