दिलेर समाचार, नई दिल्ली : पवित्र नदी गंगा का उद्गम गोमुख से है, ऐसा आमतौर पर माना जाता है। मगर हाल में विदेशी वैज्ञानिकों ने मानसरोवर को गंगा का उद्गम स्थल बताया है। मीडिया में सामने आई रिपोर्टों के अनुसार, एनआईएच पहुंची कैबिनेट मंत्री उमा भारती ने वैज्ञानिकों को नए सिरे से इस संबंध में शोध के निर्देश दिए हैं।राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान पहुंची कैबिनेट मंत्री साध्वी उमा भारती ने यहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर एडवांसड ग्राउंड वाटर रिसर्च लैब का उद्घाटन किया। गंगा के उद्गम के रहस्य को पता लगाने में अब रूड़की स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी (एनआईएच) जुटेगी। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने एनआईएच को यह पता लगाने के लिए कहा है कि क्या गंगा गोमुख से न निकलकर कैलाश मानसरोवर से निकलती है।अभी तक यही माना जाता है कि गंगा उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री के निकट गोमुख की गुफा से निकलती है। ज्ञात हो कि एनआईएच की एक प्रयोगशाला गंगोत्री हिमखंड के पास भोजवासा में स्थित है। वहां पर गंगा को लेकर अब तक कई शेध किए जा रहे हैं। साथ ही अब मानसरोवर के पानी और गंगोत्री के पानी की जांच की जाएगी। इसके लिए वैज्ञानिक वॉटर आइसोटोप्स टे्रसर तकनीक का सहारा लेंगे।एनआईएच के डायरेक्टर आरडी सिंह का कहना है कि हम इस पर नए सिरे से जांच कर रहे हैं। वहीं गंगोत्री हिमखंड के विशेषज्ञ मनोहर अरोड़ा ने बताया कि अब तक के अध्ययन से यही पता चला है कि गंगा गोमुख से निकलती है, लेकिन जो नया काम मिला है, वह काफी चुनौतीपूर्ण है।
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