दिलेर समाचार, सरदारशहर। कर्ज माफी सहित 11 सूत्रों मांगों को लेकर बुधवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए किसानों ने हनुमानगढ-किशनगढ मेगा हाइवे, सरदारशहर से बीकानेर व लूणकरणसर स्टेट हाइवे सहित अनेक गांवों में किसानों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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इसके साथ किसानों ने सब्जी व दूध की भी सप्लाई नहीं की जिसके कारण आमजन को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ा। जाम के दौरान किसानों ने बाइक तक को नहीं जाने दिया। जाम इतना था कि रोड़वेज बसे व निजी बसे भी नही चल पाई जिसके रण यात्रियों को भारी परेशानी हुई। वहीं सरदारशहर रोड़वेज आगार को चार लाख रूपए का नुकसान हुआ।
अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले आयोजित प्रदर्शन के दौरान कस्बे के गांधी विद्या मंदिर सर्किल, पूलासर फांटा, सवाई फांटा, बन्धनाऊ, भादासर, भानीपुरा, सावर, मेलूसर, बिल्यूंबास रामपुरा, खेजड़ा आदि गांवों में भी किसानों ने जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। अजीतसर गांव में जाम के कारण बैंक दोपहर 12 बजे खुल पाई वही स्कूलों में छुट्टी करवा दी गई।
सवाई गांव में कर्मचारियों को भी रोक लिया गया जिसके कारण कर्मचारी अपने कार्यालयों में देरी से पहुंचे। इस मौके पर किसानों ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए बेहद शर्म की बात है कि उनके शासनकाल में किसानों को सडक़ों पर उतरना पड़ रहा है। किसान अपने हक और खून-पसीने से तैयार फसल का उचित मूल्य मांग रहे हैं, लेकिन सरकार बदले में किसानों पर गोली और लाठियां चलवा रही है।
किसानों ने सरकार पर उनकी समस्याओं को अनदेखा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज किसान को खेत को छोड़ कर सडक़ों पर उतरना पड़ रहा है। जाम के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए जगह जगह पुलिस के जवान तैनात किए गए।
इस दौरान तहसीलदार जय कौशिक, थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदारा, एसआई राकेश सांखला, ज्ञानप्रकाश आदि अधिकारियों ने रास्ता खुलवाने के लिए समझाईस की लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिसके कारण शाम तक किसानों का आंदोलन जारी रहा।
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