दिलेर समाचार, इंदौर। राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (आरआरकैट) के वैज्ञानिकों की एक रिसर्च ने कैंसर की जांच में महत्वपूर्ण सफलता पाई है। अब मुंह के कैंसर (ओरल कैंसर) की जांच के लिए कई दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वैज्ञानिकों ने ओन्को डाइग्नोस्कोप नाम से एक मेडिकल उपकरण बनाया है। इससे मात्र 15 मिनट में पता किया जा सकेगा कि मरीज को मुंह का कैंसर है या नहीं।
कैट के डायरेक्टर पीए नाइक ने बताया कि संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम लंबे समय से इस उपकरण पर रिसर्च कर रही थी। यह उपकरण ऑप्टिकल सिग्नल के माध्यम से मुंह के कैंसर को स्कैन करेगा।
कैट ने उपकरण की टेस्टिंग के तौर पर शहर के 300 लोगों की जांच की है। इसमें से 30 मरीज ओरल कैंसर से प्रभावित पाए गए। कर्मचारी राज्य बीमा निगम के मरीजों पर भी उपकरण का परीक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि यह मेडिकल उपकरण बनाने में एम्स के डॉक्टर्स की भी सहायता ली गई है।
संस्थान के वैज्ञानिक एसके मजूमदार ने बताया कि इस समय कैंसर की जांच में 48 घंटे तक का समय लग जाता है। संस्थान में बनाया गया यह उपकरण सिर्फ मुंह का कैंसर ही नहीं बल्कि सर्वाइकल कैंसर होने पर भी शुरुआती स्टेज में परिणाम बताने में सक्षम है।
उपकरण में शामिल सॉफ्टवेयर कैंसर होने पर लाल कलर और नहीं होने पर हरा कलर का सिग्नल स्क्रीन पर बताएगा। उपकरण कंप्यूटर बेस्ड पोर्टेबल है। इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है।
यह उपकरण मार्केट में बेचने के लिए तैयार है। इसके लिए मेडिकल उपकरण बेचने वाली तीन कंपनियों ने संपर्क किया है। डॉक्टर्स और छोटे अस्पताल भी इस उपकरण को लेने के लिए आरआरकैट की वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं। इसकी कीमत 2.50 से 3 लाख रुपए के बीच रहेगी।
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