दिलेर समाचार, मुंबई। मुंबई के एक ईएसआइसी कामगार अस्पताल में सोमवार शाम को लगी आग में मरने वालों की संख्या 8 तक पहुंच चुकी है वहीं 140 से ज्यादा लोग घायल हैं। दुर्घटना में घायल एवं अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों को निकट के आधा दर्जन अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है। वहीं, अस्पताल से 147 मरीजों और तीमारदारों को सुरक्षित निकाला गया है।
दमकल विभाग के मुताबिक अंधेरी उपनगर के मरोल स्थित ईएसआइसी कामगार अस्पताल की चौथी मंजिल पर स्थित ऑपरेशन थिएटर के सामने आग भड़की। आग ने देखते ही देखते पूरी मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। यह भूतल सहित छह मंजिल का अस्पताल है।
आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 10 गाड़ियां एवं आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू किया। लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
आग लगने से अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों में अफरातफरी मच गई। अस्पताल में उस समय भीड़ इसलिए भी ज्यादा थी, क्योंकि शाम को चार से सात के बीच ही भर्ती मरीजों से मिलने का समय होता है। आग से बचने के लिए कुछ लोग चौथी व पांचवीं मंजिल की खिड़की पर लटके देखे गए। उन्हें ट्रॉली एवं सीढ़ी की मदद से नीचे उतारा गया। कुछ लोगों ने हड़बड़ी में चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। जिन्हें फ्रैक्चर हो गया है।
आपदा प्रबंधन टीम के अनुसार इसमें छह लोगों को जान गंवानी पड़ी है और 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। घायलों को कूपर अस्पताल, बालासाहब ठाकरे अस्पताल, होली फैमिली स्पिरिट, सेवन हिल्स और हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुंबई के महापौर वी. महादेश्र्वर के अनुसार अस्पताल के फायर ऑडिट की जिम्मेदारी महाराष्ट्र उद्योग विकास निगम (एमआइडीसी) की थी। उन्होंने फायर ऑडिट किया था या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। जबकि एमआइडीसी के एक अग्निशमन अधिकारी का कहना है कि अस्पताल का फायर ऑडिट 15 दिन पहले ही हुआ था, जिसमें वह फेल हो गया था। अस्पताल के स्प्रिंकल्स और आग की सूचना देनेवाले सेंसर ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
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