दिलेर समाचार, एसटीएफ नोएडा ने शनिवार देर रात को जेवर गैंगरेप और मर्डर में शामिल कुख्यात अपराधी और 12 हजार के इनामी अनिल बावरिया को हापुड़ के थाना पलिखुवा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है.अनिल बावरिया भरतपुर, राजस्थान का रहने वाला है. उस पर डकैती, हत्या और हाईवे पर लूट जैसे कई संगीन मुकदमे उत्तरप्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश में दर्ज हैं. पुलिस ने उसके पास से इनोवा कार, 1 तमंचा 312 बोर और कारतूस बरामद किए हैंमामले में मुख्यारोपी को पिलखुआ कोतवाली में रखा गया है, जहां अनिल बावरिया से पूछताछ भी चल रही है. बता दें कि जेवर गैंगरेप की घटना 2017 में मई में हुई थी. इसमें आरोपियों ने सिकंदराबाद रोड पर कार का टायर पंक्चर कर उसे रोक लिया था. इसके बाद बदमाशों ने उसमें बैठी महिलाओं के साथ रेप किया था और एक आदमी की गोली मारकर हत्या कर उनसे लूटपाट की थी.इस घटना ने उत्तर प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा कर दिया था. मामले में पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर काफी सवाल उठे थे. एसटीएफ ने इस मामले में मुख्य आरोपी समेत 4 लोगों को ने पिछले महीने ही पकड़ लिया था. अभी दो लोग फरार चल रहे थे, जिनमें से एक अनिल बावरिया भी शामिल था. शुरुआती जांच में पता चला है कि अनिल बावरिया ने वर्ष 2000 में 10-15 लोगों के साथ मुरादाबाद की जिगर काॅलोनी में एक डॉक्टर और सर्राफ के घर में करोड़ों की डकैती डाली थी. इस दौरान उन्होंने डॉक्टर को गोली मारकर घायल कर दिया था. इस घटना का खुलासा अब तक नहीं हो पाया था.वहीं, 2003 में उसने थाना मझोला मुरादाबाद क्षेत्र में हाईवे पर दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ जा रही जायलो कार को ऐक्सल मारकर रुकवा लिया था. उस कार में दो व्यापारी और उनके घर की तीन महिलाएं थीं. वारदात के दौरान दोनों व्यक्तियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और उनके पास से करोड़ों के हीरे जवाहरात और गहने लूट लिए गए थे.2004 में उसने थाना मोगर्रा, मथुरा क्षेत्र में हाईवे पर बबूल का पेड़ काटकर डाल दिया था और रोड होल्डउप की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था. इसमें अनिल ने अपने गैंग के साथ मिलकर पांच गाड़ियों (2 बस, 1 ट्रक और 3 कार) में लूटपाट की और 2 व्यक्तियों को गोली मार दी, जिसमें से एक की मृत्यु हो गई. पुलिस का दबाव बढ़ने पर वह राजस्थान भाग गया और इसने उसके बाद कई घटनाएं भरतपुर, पुष्कर और अलवर में की थी.होटल में चल रहा था जिस्मफरोशी का धंधा, नजारा देख दंग रह गए एसपीबिहार के छपरा में पुलिस ने जिस्मफरोशी के धंधे का खुलासा किया है. पुलिस ने जब शहर के होटलों में छापेमारी की तो अंदर का नजारा देख कर दंग रह गई.जिस्मफरोशी के धंधे के खिलाफ खुद एसपी हरिकिशोर राय ने अभियान चलाया. इस दौरान शहर के विभिन्न होटलों में छापेमारी कर पुलिस ने 40 से अधिक युवक-युवतियों को संदिग्ध हालत में गिरफ्तार किया. इस अभियान का नेतृत्व खुद एसपी ने किया.
भगवान बाजार इलाके में इस पूरे धंधे के खुलासे के बाद हुई छापेमारी से इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस की टीम ने राज पैलेस, महावीर लॉज, ललिता होटल, छपरा गेस्ट हाउस और दिल्ली गेस्ट हाउस को इस कार्रवाई के बाद सील कर दिया.
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