दिलेर समाचार, सभी देवी देवताओं की पूजा –उपासना करने के बाद भी अक्सर इंसान का मन भटकता ही रहता है। हर इंसान का मन किसी एक देवी या देवता की ओर सबसे ज्यादा आकर्षित होता है और वही देवी या देवता आपके इष्ट देव हो सकते हैं। अगर आपकी कोई कुल देवी या देवता हैं तो वो भी आपके इष्ट हो सकते हैं।
धार्मिक मान्यताओं में हर व्यक्ति के एक इष्ट देव या देवी होते हैं
इनकी उपासना करके ही व्यक्ति जीवन में उन्नति कर सकता है
इष्ट देव या देवी का निर्धारण लोग कुंडली के आधार पर करते हैं
वास्तव में ग्रहों और ज्योतिष का ईष्टदेव से सम्बन्ध नहीं होता
ईष्टदेव या देवी का निर्धारण आपके जन्म-जन्मान्तर के संस्कारों से होता है
बिना किसी कारण के ईश्वर के जिस स्वरुप की तरफ आपका आकर्षण हो, वही आपके ईष्ट देव हैं
ग्रह कभी भी ईश्वर का निर्धारण नहीं कर सकते
ग्रहों की समस्या को दूर करने के लिए विशेष देवी देवताओं की उपासना की जा सकती है
धार्मिक परंपराओं में ईश्वरीय शक्ति की उपासना अलग-अलग रूपों में की जाती है। ज्योतिष के जानकारों की मानें तो हिन्दू धर्म में तैंतीस करोड़ देवताओं को उपासना के योग्य माना गया है। अलग-अलग शक्तियों के रूप में उनकी पूजा की जाती है। अगर आपकी कुंडली में ग्रहों से जुड़ी कोई समस्या है तो आइए जानते हैं कि कौन से ग्रह के लिए कौन से देव की उपासना सबसे उत्तम होगी।
ग्रहों की समस्या के लिए क्या करें?
सूर्य के लिए सूर्य की ही उपासना करें या गायत्री मंत्र की साधना करें
चन्द्रमा के लिए भगवान शिव की उपासना करना उत्तम होगा
मंगल के लिए कुमार कार्तिकेय या हनुमान जी की उपासना करें
बुध के लिए मां दुर्गा की उपासना करें
बृहस्पति के लिए श्रीहरि की उपासना करें
शुक्र के लिए मां लक्ष्मी या मां गौरी की उपासना करें
शनि के लिए श्रीकृष्ण या भगवान शिव की उपासना करें
राहु के लिए भैरव बाबा की उपासना करें
केतु के लिए भगवान गणेश की उपासना करें
विशेष समस्याओं के लिए किसकी उपासना करें ?
मानसिक समस्याओं के लिए शिवजी की उपासना करें
शारीरिक दर्द और चोट -चपेट की समस्या के लिए हनुमान जी की उपासना करें
शीघ्र विवाह के लिए पुरुष मां दुर्गा उपासना करें
शीघ्र विवाह के लिए स्त्रियां भगवान शिव की उपासना करें
बाधाओं के नाश के लिए भगवान गणेश की पूजा करें
धन के लिए मां लक्ष्मी की उपासना करें
मुक्ति मोक्ष या आध्यात्मिक उपलब्धि के लिए श्रीकृष्ण या महादेव की उपासना करें
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