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दिलेर समाचार, सब रोगों की जड़ हमारी जीवन शैली है, विशेषकर जिसमें बिना चले फिरे या शारीरिक श्रम के बिना दिन कट जाता हो। इसके अलावा ज्यादा खाना, व्यायाम रहित जीवन, प्रदूषण और रसायनों से लगातार संपर्क ऐसी स्थितियां हैं जो बीमारियों का कारण बनती हैं।
इसके लिए हमें पोषण संबंधी कुछ तथ्यों पर विशेष ध्यान देना होगा। शोधों से पता चलता है जब पोषण में सुधार होता है तो स्वास्थ्य भी स्वतः ही सुधरता है। वास्तव में अपने भोजन में हम जितना अधिक रेशेदार और ताजे कच्चे खाद्य पदार्थों का प्रयोग करेंगे, पोषण वगुणवत्ता के संदर्भ में हम सकारात्मक स्वास्थ्य की ओर उतने ही कदम बढ़ाते जायेंगे। पौधों से मिलने वाले कच्चे भोजन में ऐसे बहुत से सक्रिय तत्व पाये जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। यही नहीं, वे हमारे शरीर के प्रतिरोधी तंत्रा को भी मजबूत बनाते हैं।
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ताजे व कच्चे फल और सब्जियां, फलों के रस, दाने अकुंरित अनाज, शहद, दही आदि में शरीर को हुए क्षय की भरपाई करने की क्षमता होती है।
कच्चे फलों, सब्जियों, अंकुरित अनाजों में विटामिन अपनी मूल जैव रासायनिक अवस्था में ही पाए जाते हैं। कच्चे भोजन का महत्त्व इतना अधिक है क्योंकि उसमें सभी आवश्यक विटामिन मौजूद होते हैं।
कच्चे खाद्य पदार्थों में खनिज भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जिनमें से कुछ तो केवल कच्चे भोज्य पदार्थों में ही मिलते हैं।
पकाने की क्रिया में एंजाइम्स नष्ट हो जाते हैं। बंदगोभी, शलगम, अंकुरित अनाज आदि जैसे कच्चे खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में एंजाइम्स बनते हैं जो लिवर की रक्षा करते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया कि कच्चे भोजन की मात्रा बढ़ाने पर स्वास्थ्य में आशातीत सुधार होता है हालांकि इसके कई अन्य लाभ और भी हैं।
भोजन में पके खाद्य पदार्थों के साथ-साथ प्रचुर और विविध मात्रा में कच्चे वनस्पति पदार्थ भी लेने चाहिए। अपने भोजन में कच्चे पदार्थों की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ानी चाहिए। ताजे फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। कारण स्पष्ट है, इसमें विटामिन, खनिज पदार्थ और एंजाइम होते हैं और ये शरीर से जहरीले नुक्सानदेह पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
हमें अंकुरित अनाजयुक्त ताजी और हरी सब्जियों से तैयार सलाद भी खाना चाहिए। स्वाद के लिए जड़ी बूटियों, नींबू के रस और सिरके का प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही यह पेट के लिए भी अच्छा रहता है।
कच्चे भोजन में ताजे फल, अंकुरित दालें, सब्जियां, अनाज, फलियां और दही लेने चाहिए। वास्तव में प्रकृति हमें सकारात्मक स्वास्थ्य की ओर ले जाती है। इसीलिए तो उसने हमें उच्च पोषण क्षमता वाले विविध प्रकार के आहारों का खजाना दिया है। जरूरत है तो बस उसकी चाबी को खोज निकालने की।
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