दिलेर समाचार, नई दिल्ली: कांग्रेस की परंपरा में रचे बसे दिग्गज नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने संघ के मुख्यालय पहुंच गए हैं. नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केबी हेडगेवार की जन्मस्थली पहुंचे प्रणब मुखर्जी का स्वागत संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया. पूर्व राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को 'भारत माता का एक महान सपूत' बताया. मुखर्जी ने हेडगेवार के जन्मस्थल का दौरा किया और आगंतुकों के लिए मौजूद किताब में लिखा, "मैं आज यहां भारत माता के महान सपूत को मेरी श्रद्धांजलि और सम्मान पेश करने आया हूं." राष्ट्रपति बनने से पहले दशकों तक कांग्रेस पार्टी में रहे मुखर्जी गुरुवार को नागपुर में आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं. उनके इस दौरे की उनकी पार्टी के कई नेताओं समेत कई अन्य लोगों ने आलोचना की है.
संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संघ मुख्यालय पहुंचे.
प्रणब मुखर्जी और मोहन भागवत ने संघ संस्थापक केबी हेडगेवार की मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित किए.
प्रणब मुखर्जी द्वारा केबी हेडगेवार को 'भारत माता का सपूत' बताए जाने पर कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई ने कहा, 'उनके प्रति बड़ा आदर था, शायद उम्र की वजह से जाते-जाते कुछ गलत बात कर दूं ऐसा लगा होगा उनको.'
एक अन्य ट्वीट में शर्मा ने कहा, संवाद केवल उन लोगों के साथ हो सकता है जो सुनने, ग्रहण करने और बदलने के इच्छुक हैं. यहां सुझाव देने के लिए कुछ भी नहीं है कि आरएसएस अपने मूल एजेंडे से दूर चला गया है क्योंकि यह वैधता की तलाश में है.
प्रणब मुखर्जी के इस कदम पर सियासी हलचल तेज है. कांग्रेस के तमाम नेता इस दौरे के विरोध में बोल रहे हैं. यहां तक कि प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी अपने पिता को सख्त नसीहत दे डाली है. गुरुवार शाम प्रणब मुखर्जी संघ शिक्षा वर्ग के तृतीय वर्ष के दीक्षांत समारोह में अपना भाषण देंगे. शाम साढ़े छह उनका भाषण होगा जो करीब 20 मिनट तक चलेगा. इससे पहले मोहन भागवत और भैयाजी जोशी के साथ 15 मिनट तक चाय पर चर्चा होगी
ये भी पढ़े: घोषित हुआ पश्चिम बंगाल के 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar