दिलेर समाचार, पूरी दुनिया में अभी उत्तर कोरिया के द्वारा किए गए हाइड्रोजन बम की खबर पर बहस खत्म भी नहीं हुई है. लेकिन इसी दौरान अब एक और चौंकाने वाली खबर आ रही है कि उत्तर कोरिया एक और बड़ा परीक्षण कर सकता है. ये चौंकाने वाला खुलासा उत्तर कोरिया के पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया ने किया है. दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने कहा कि उत्तर कोरिया एक दिन पहले किए गए अपने छठे परमाणु परीक्षण के बाद अब उत्तरी प्रशांत की ओर एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईएसबीएम) दाग सकता है.
दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) ने कहा कि इस तथ्य को जानने के लिए अभी अधिक विश्लेषण की आवश्यकता है कि रविवार को उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु परीक्षण में एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स-बेस्ड बम का परीक्षण किया था या फिर हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था? वहीं दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी के एक सांसद ने कहा, "संभावना है कि उत्तर कोरिया उत्तरी प्रशांत की ओर एक आईसीबीएम दागकर और अधिक उकसाने वाली कार्रवाई कर सकता है."
उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम के परीक्षण पर अमेरिका की तरफ कड़ी प्रतिक्रिया आई है . अमेरिका ने साफ कहा कि अब बहुत हो चुका उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे. अमेरिकी राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया है. अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने कहा कि हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद अब संयुक्त राष्ट्र के रक्षा परिषद को उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े कदम उठाने की जरूरत है. उत्तर कोरिया के छठे परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका का रुख बेहद कड़ा है. खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी उत्तर कोरिया को जवाब देने की बात कह चुके हैं. अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि 'मैं सुरक्षा परिषद के सदस्यों से कहूंगी, बस बहुत हो चुका।' उन्होंने यह भी कहा कि किम जोंग उन का कदम रक्षात्मक नहीं है. उत्तर कोरिया परमाणु शक्ति के रूप में मान्यता चाहता है और युद्ध की मांग कर रहा है.
उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. इस हाइड्रोजन बम को लंबी दूरी की मिसाइल में लोड किया जा सकता है. हालांकि, उत्तर कोरिया के इस कदम की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने निंदा की है. अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैट्टिस का कहना है कि उत्तर कोरिया द्वारा अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को किसी भी तरह के नुकसान की स्थिति में इसका व्यापक सैन्य कार्रवाई से जवाब दिया जाएगा. अमरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इससे पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि जो भी देश उत्तर कोरिया के साथ व्यापार करेगा, हम उसके साथ व्यापार करना बंद कर सकते हैं.
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