दिलेर समाचार,पंजाब पुलिस को संदीप तिवारी के मादक पदार्थों की तस्करी व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में भी शामिल होने की आशंका है। उसे नाभा जेल ब्रेक के मास्टर माइंड गोपी धनश्यामपुरा को छुड़ाने के लिए यूपी के एक आईपीएस अफसर से डील करने के आरोप में शनिवार को पंजाब पुलिस व यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था।
उसके करीबियों को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस के अफसरों ने सुल्तानपुर में डेरा जमा लिया है। गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तार किए गए कांग्रेसी नेता संदीप तिवारी उर्फ पिंटू से हुई पूछताछ में हैरान करने वाले खुलासे सामने आए हैं। उसके बारे में पंजाब पुलिस को सूचना मिली थी कि उसने किसी बड़ी वारादात को अंजाम देने के लिए बड़ी मात्रा में हथियारों की खेप मंगवाई थी।
शाहजहांपुर से हिरासत में लिए गए नाभा जेल ब्रेक कांड के आरोपी गोपी घनश्यामपुरा को छुड़ाने के लिए एक अधिकारी पर रिश्वत देने का आरोप लगा।
इस बड़े अधिकारी के साथ 45 लाख रुपये की डील हो चुकी थी। इसका खुलासा तब हुआ जब पंजाब में शराब कारोबारी रनधीप सिंह रिंपल व यूपी के अमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह से सामूहिक पूछताछ की गई। सूत्रों का कहना है कि पिंटू तिवारी के माध्यम से प्रदेश पुलिस के एक बड़े अफसर तक पैसे पहुंचाए जाने थे ताकि घनश्यामपुरा को छुड़ाकर पंजाब लाया जा सके।
सूत्रों का कहना है कि जिस आईपीएस अधिकारी का नाम इस पूरे मामले में आ रहा है वह लखनऊ में ही पुलिस की एक विंग में आईजी के पद पर तैनात हैं। सूत्रों का कहना है कि यह आईजी के कई और कारनामे में भी सामने आ चुके हैं लेकिन अपने मातहतों को अपनी पहुंच की धौंस देने वाले इस अफसर के खिलाफ शिकायत की हिम्मत किसी की नहीं र्हुई। जब पंजाब पुलिस ने लिखा पढ़ी में शिकायत की तो पुलिस अफसरों के भी होश उड़ गए। लेकिन मामला लीक होने के बाद पुलिस अफसर भी इसे छिपा नहीं सके।
इस तरह हुआ था मामले का खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ जब पंजाब पुलिस ने अपराधियों के नंबर सर्विलांस पर लिए। उनकी बातचीत में उक्त अधिकारी का नाम सामने आया है। सूत्रों की मानें तो वह आईपीएस अफसर लखनऊ में ही पुलिस की एक विंग में आईजी के पद पर तैनात है।
ये भी पढ़े: रेसलर दि ग्रेट खली की बायोपिक में दिख सकते हैं सुशांत सिंह राजपूत
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar