दिलरे समाचार, नई दिल्ली: भाई लोगों तुरुप का इक्का बनने से बड़े नाम से कोई लेना-देना नहीं होता. आपने देखा ही है कि पिछले कुछ मैचों में मुंबई इंडियंस के बड़े-बड़े नाम कैसे धराशायी हो गए. टांय-टांस फिस्स हो गए. एकदम से हवा निकल गई जी. पोलार्ड की पावर खत्म हो गई, तो रोहित ने रुला कर रख दिया. जब कुछ ऐसा होगा, तो हाल कुछ ऐसा ही होगा. लेकिन इन्हीं के बीच देखते ही देखते पंजाब के लेग स्पिनर मयंक मारकंडे मुंबई के लिए तुरुप का पत्ता बन गए. यह सही है कि वह अपने बूते कोई बड़ी जीत नहीं दिला सके हैं, लेकिन अपने लिए मयंक ने खुद को स्थापित कर लिया. और आज आईपीएल-11 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ एक बार फिर से उन पर नजरें होंगी.
वैसे यूं तो मुंबई के पास कई तुरुप के पत्ते हैं, लेकिन फिलहाल तो वह नाम के ही ज्यादा दिखाई पड़ रहे हैं. वैसे आपको याद दिला दें कि सात अप्रैल को आईपीएल के उदघाटन मुकाबले में यह मयंक ही थे, जिन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को हराने में अहम भूमिक निभाई थी. विकेट याद हैं या आपको नहीं! चलिए हम वह भी याद दिला देते हैं. धोनी, रायुडु सहित तीन विकेट चटकाए थे मयंक ने. धोनी के मार्केंड की गुगली से हैरान रह गए थे. बहरहाल मयंक का जलवा यहीं खत्म नहीं हुआ.
बल्लेबाजों की नाकामी और मुंबई इंडियंस की लगातार हार के बीच मयंक का जादू लगातार चलता रहा. किसी को उन्होंने गुगली से चौंकाया, तो किसी की गिल्लियां लेग स्पिन से बिखेरीं. और देखते ही देखते मंयक मार्कंडे आईपीएल-11 के सबसे कामयाब गेंदबाज बन गए. उनका इकॉनमी रेट भी बहत ही शानदार है. शुक्रवार को दिल्ली डेयर डेविल्स मुकाबले से पहले तक मयंक गेंदबाजों में टॉप पर थे. अब दूसरे नंबर पर आ गए हैं.
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