दिलेर समाचार, नई दिल्ली: उन्नाव रेप और मर्डर केस में अहम गवाह यूनुस की मौत जहर से नहीं हुई ये बात उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आई है. पुलिस के मुताबिक, उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर देने जैसी कोई बात नहीं है इसलिए उसकी मौत को लेकर अब भ्रम जैसी स्थिति नहीं है. उसकी मौत के बाद उसके चाचा ने हत्या का शक जताया था. यूनुस रेप पीड़ित लड़की के पिता की पिटाई से मौत के मामले में गवाह था और उसकी मौत के बाद उसके चाचा ने हत्या का शक जताया था. हालांकि उसके परिवार वाले लिवर की बीमारी के चलते उसकी मौत की बात कह रहे थे. उन्नाव रेप और मर्डर केस में बीजेपी विधायक अतुल सिंह सेंगर भी आरोपी हैं और गवाह की मौत के बाद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर साज़िश का शक जताया था.
आपको बता दें कि उन्नाव बलात्कार मामले के गवाह यूनुस का कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया था. उसकी मौत कुछ दिन पहले कथित रूप से बीमारी के कारण हुई थी. उन्नाव के एडीएम बीएन यादव ने ने बताया था कि युनूस का शव कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है. कब्र से शव निकालने का काम मुस्लिम धर्म गुरू काजी साहब की देख-रेख में किया गया. इससे पहले दिन में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने यूनुस के परिजनों से मुलाकात की थी और उनसे पोस्टमार्टम के लिये शव निकालने की अनुमति मांगी थी. वहीं यूनुस के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी.
गौरतलब है कि उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की कथित संलिप्तता वाले बलात्कार और हत्या के मामले के एक गवाह की 23 अगस्त को कथित तौर पर बीमारी से मौत हो गई थी. यूनुस कथित बलात्कार पीड़िता के पिता को भाजपा विधायक के भाई तथा अन्य लोगों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने का गवाह था. पीड़िता के चाचा ने बुधवार को पुलिस से शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की थी. गवाह के भाइयों ने दावा किया था कि पीड़िता के चाचा ने कहा था कि अगर वह पोस्टमार्टम के लिए राजी हो जाएंगे तो उन्हें 10-12 लाख रुपये मिलेंगे
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