दिलेर समाचार, नई दिल्ली: मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर राष्ट्रीपय जनता दल के उपाध्यृक्ष और बिहार के वरिष्ठब नेता शिवानंद तिवारी ने बिहार के मुख्यीमंत्री नीतीश कुमार और मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार से मांग की है कि ब्रजेश ठाकुर के बेटे के जन्म्दिन जैसे नितांत पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना से मुज़फ़्फ़रपुर जाने वाले नीतीश कुमार का ब्रजेश ठाकुर के साथ क्याप संबंध है. साथ ही शिवानंद तिवारी ने यह भी पूछा है कि इसके बाद ब्रजेश ठाकुर के अखबार को कितने का विज्ञापन जारी किया गया. अपने फेसबुक पेज पर शिवानंद तिवारी ने काफी विस्ताजर से अपनी बात रखी है. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में 34 बच्चियों से रेप की बात सामने आई. इसके बाद मामले की जांच सीबीआई को दे दिया गया है.
नीतीश कुमार मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह कांड पर कल जमकर बोले. लेकिन खुलकर नहीं बहुत कुछ छुपा कर बोले. जैसे उन्होंने यह नहीं बताया कि ब्रजेश ठाकुर से उनका क्या और कैसा संबंध है. यह सवाल इसलिए उठता है क्योंकि नीतीश जी मुख्यमंत्री बनने के बाद ब्रजेश ठाकुर के पुत्र के जन्मदिन का केक काटने पटना से चलकर मुज़फ़्फ़रपुर गये थे. ब्रजेश ठाकुर के साथ नीतीश कुमार का राजनीतिक संबंध तो दिखाई नहीं दे रहा है. क्योंकि बताया गया है कि ब्रजेश ठाकुर नीतीश जी की पार्टी से नहीं बल्कि आनंदमोहन जी की पार्टी से जुड़े हुए थे. ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा जन्मदिन जैसे नितांत घरेलू और पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना से मुज़फ़्फ़रपुर जाना ठाकुर के साथ उनके संबंध की प्रगाढ़ता को ही दर्शाता है.
नीतीश जी से बिहार की जनता यह भी जानना चाहेगी कि ब्रजेश ठाकुर के यहां जाकर उनको कृतार्थ करने के बाद उनके यानी ठाकुर के अख़बारों को मिलने वाले विज्ञापनों में कितना इज़ाफ़ा हुआ. यह भी बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री जी द्वारा ठाकुर के घर को पवित्र करने के बाद बालिका गृह की तरह और कितने गृह के संचालन का ठेका ठाकुर को मिला.
बिहार की जनता यह भी जानना चाहती है कि मुज़फ़्फ़रपुर से मधुबनी के बालिका गृह में पहुंचाई गई लड़कियों में से एक लड़की मधु कैसे ग़ायब हो गई? वह लड़की मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह कांड की मुख्य गवाह है. एक साज़िश के तहत प्रचार किया जा रहा है कि वह गूंगी थी. जबकि वह गूंगी नहीं तुतलाकर बोलती है. लोग आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि कहीं उसकी हत्या तो नहीं कर दी गई है.
मुख्यमंत्री जी को बिहार की जनता को यह भी बताना चाहिए कि मधुबनी बालिका गृह का संचालन करने वाली महिला कौन है? उसके पति का नीतीश कुमार के ख़ासम-ख़ास संजय झा के साथ क्या संबंध है? उस महिला को मधुबनी में बालिका गृह संचालन करने का ठेका कब मिला. यानी नीतीश सरकार बनने के बाद या उसके पहले से उसका संचालन हो रहा था. वह महिला सिर्फ़ मधुबनी में ही बालिका गृह का संचालन कर रही है या अन्यत्र भी उसको ऐसा काम मिला हुआ है? संजय झा से जुड़े लोगों का बिहार में कहां-कहां ऐसे गृहों के संचालन का काम मिला हुआ है?
नीतीश सरकार को यह भी बताना चाहिए कि बिहार में इस तरह के कितने गृह संचालित हो रहे हैं. उनका संचालन करने वाले कौन लोग हैं. यह काम उनको नीतीश सरकार के दरमियान मिला या इसके पूर्व से यह काम वे कर रहे हैं. बिहार की जनता यह भी जानना चाहती है कि मुख्यमंत्री जी द्वारा सरकार के अलग-अलग विभागों की अनेक मर्तबा समीक्षा की गई है. मुख्यमंत्री जी की समीक्षा बैठकें सिर्फ़ राजधानी के मुख्यालय में ही नहीं हुई है बल्कि बिहार के प्रत्येक जिलों में राज्य के आला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री जी समीक्षा बैठक कर चुके हैं. क्या वजह है कि इतनी समीक्षा बैठकों के बाद भी नीतीश जी जैसे क़ाबिल और सक्षम मुख्यमंत्री को संपूर्ण बिहार के बालिका गृहों में बालिकाओं के साथ हो रही दरिंदगी की भनक तक नहीं लगी!
ये भी पढ़े: करुणानिधि का निधन : रजनीकांत ने कहा कि यह दिन मेरे जीवन का स्याह दिन
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar