दिलेर समाचार, नई दिल्ली. दिल्ली में लगभग 29 फीसदी लोगों यानी लगभग 60 लाख लोगों में कोरोना वायरस (Coronavirus) पाया गया. यह जानकारी दूसरे सीरो सर्वे (Sero-survey) में सामने आई है. यह आंकड़ा यह संकेत देता है कि दिल्ली में धीमी गति से लगातार कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, एक महीने में एंटीबॉडी में लगभग 5 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. पहले फेज के सीरो सर्वे और दूसरे फेज के सीरो सर्वे में यह पता चला कि जिन लोगों ने एंडीबॉडी विकसित की है उनमें ज्यादातर लोग asymptomatic (कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई नहीं दिए) थे.
1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच हुआ दूसरा सीरो सर्वे
दूसरे सीरो सर्वे में 1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच कुल 15 हजार सैंपल इकट्ठा किए गए थे. यह जानकारी दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर (Health Minister) सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) ने दी. इस सर्वे के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने नया एसओपी बनाया था। सत्येंद्र जैन ने कहा कि इसमें 18 साल से कम उम्र के 25 पर्सेंट, 18 से 49 साल के बीच में 50 पर्सेंट और 50 साल से ऊपर के 25 पर्सेंट सैंपल लिए गए हैं.
दिल्ली में 60 लाख लोग कोरोना संक्रमित
साइंटिस्टों के मुताबिक, यह दूसरा राउंड यह बतलाता है कि दिल्ली में लगभग 60 लाख लोग कोरोना वायरस से प्रभावित हैं. लेकिन उनमें एंटीबॉडीज होने का मतलब यह है कि वो इनसान कोरोना वायरस से उबर चुका है और ऐसा हो सकता है कि 4-8 महीने तक यह एंडीबॉडी उनके शरीर में रहेगा. सर्वे रिजल्ट के आधार पर दिल्ली सरकार की ओर से जारी नोट के मुताबिक, जो मीडियम एज ग्रुप है वह 32 साल के लोगों का है. मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के तकनीकी सहयोग के साथ यह सर्वे दिल्ली सरकार ने प्लान किया था. इस सर्वे का अगला फेज सितंबर और अक्टूबर के पहले हफ्तों में होना तय है.
जिलावार नतीजों में अंतर
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमने जिलास्तर पर इसके रिजल्ट में बहुत का अंतर पाया है. दक्षिण-पूर्व जैसे जिलों में 50% की वृद्धि देखी गई है. यह खुशी की बात है कि दिल्ली की 70 प्रतिशत आबादी अभी भी कोरोना संक्रमण से बची हुई है. इसीलिए हमें अभी भी बेहद सतर्कता बरतनी चाहिए.
सबसे कम प्रसार दक्षिण-पश्चिम जिले में
सर्वे रिजल्ट के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व जिले में सबसे अधिक प्रसार 32.2% दर्ज किया गया. दूसरे नंबर पर उत्तर जिले में 31.6% के दर से इसका फैलाव हुआ. सेंट्रल जिले में यह 31.4% रहा, शाहदरा में 29.9%, उत्तर पूर्व में 29.6%, पूर्व में 28.9%, उत्तर-पश्चिम में 29.6 और नई दिल्ली जिले में 24.6% का फैलाव देखा गया. सबसे कम प्रसार दक्षिण पश्चिम जिले में 16.3% पाया गया.
पहले सर्वे में शामिल लोग दूसरे सर्वे में नहीं
दिल्ली सरकार ने सुनिश्चित किया था कि पहले सर्वेक्षण में जो लोग शामिल किए गए हैं, उन्हें दूसरे सर्वेक्षण में न दोहराया जाए. ऐसे सर्वे का कायदा यह है कि लोगों की लिखित सहमति से उनके खून के सैंपल लिए जाते हैं और एलिसा टेस्ट किट के जरिए उनके सीरे से आईजीजी एंटीबॉडीज और संक्रमण की जांच की जाती है.
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