दिलेर समाचार, जम्मू। सुरक्षाबलों ने गुरुवार को मुठभेड़ में दो और आतंकी मार गिराए और इस तरह पिछले एक हफ्ते में लगभग 25 आतंकी ढेर कर दिए हैं। सेना के ऑपरेशन ऑल आउट का ही असर है कि कश्मीर में आतंकियों का सफाया जारी है। जनवरी, 2017 को शुरू हुए ऑपरेशन ऑल आउट के तहत अब तक 450 आतंकी मार गिराए हैं। इनमें प्रमुख आतंकी सद्दाम पड्डर, बशीर लश्करी, मन्नान वानी, नवीद जट्ट आदि शामिल हैं।
स्कॅालर से हिजुबल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन का कमांडर बने डॉ. मनान वानी को सुरक्षाबलों ने अक्टूबर, 2018 में हंदवाड़ा के शतकुंड इलाके में मार गिराया था।
आतंकी सद्दाम पड्डर छह मई, 2018 को बादीगाम मुठभेड़ में मारा गया था। 15 लाख रुपये के इनामी सद्दाम को जब लोगों ने 2015 में पहली बार आतंकी बने देखा तो हैरान रह गए थे। वह क्रिकेट का बढ़िया खिलाड़ी था। सद्दाम की मौत से शोपियां में हिजबुल मुजाहिदीन को नुकसान पहुंचा था।
डबल-ए श्रेणी में शामिल पुलवामा में लश्कर के डिवीजनल कमांडर शौकत अहमद टाक उर्फ हुजैफा को सुरक्षाबलों ने मई, 2018 में श्रीनगर के डाउनटाउन के छत्ताबल में मार गिराया था। 2011 में लश्कर में शामिल हुआ शौकत कश्मीर में मोस्टवांटेड आतंकी अबु दुजाना का दाहिना हाथ माना जाता था। शौकत उर्फ हुजैफा पर 10 लाख का इनाम था। वह सुरक्षाबलों व पंचायत प्रतिनिधियों पर हमले की वारदातों में वांछित था।
वहीं पत्थरबाज से आतंकी बने समीर अहमद बट उर्फ समीर टाइगर को सुरक्षाबलों ने अप्रैल, 2018 में पुलवामा के द्राबगाम में मार गिराया था। आठवीं में ही पढ़ाई छोड़ने वाले समीर को मार्च, 2016 में पुलिस ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव के मामले में हिरासत में लिया था। उस समय उसकी उम्र 18 साल थी। उसे पुलिस ने इस शर्त पर छोड़ा था कि वह पढ़ाई फिर शुरू करेगा। कुछ दिन बाद ही वह घर से भाग कर हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था। नवंबर, 2017 में वह उस समय सुर्खियों में आया था जब दक्षिण कश्मीर के किसी बगीचे में खींचे फोटो में अमेरिकी एम-4 कारबाइन थामे हुए दिखा था।
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