दिलेर समाचार, लखनऊ। मायावती ने अलवर की घटना पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है. इस घटना का कांग्रेस सरकार ने अपने राजनीतिक स्वार्थ मे पीड़ित परिवार को डरा धमकाकर तब तक इस घटना को उजागर नहीं होने दिया जब तक वहां पर वोटिंग नहीं हो गई. मगर हमारे लोगों ने काफी मेहनत करने के बाद इस मामले पर सरकार पर दबाव बनाकर इस मामले पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया तब जाकर कार्रवाई हुई है.
मायावती ने कहा, 'मेरा मानना है कि, वहां पर कांग्रेस सरकार उस महिला को इंसाफ नही दिला सकती है. इसकी हमारी पार्टी को बिलकुल भी उम्मीद नहीं है. ऐसे में हमारी पार्टी चाहती है कि मामले पर सुप्रीम कोर्ट स्वता सज्ञांन ले. मेरी पार्टी को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में स्वता संज्ञान लेगा. आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. इस लोकसभा चुनाव में जिन पार्टियों के नेता अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए महिलाओं के प्रति आय दिन अभद्र और घृणित टिप्पणी कर रहे हैं. मगर ऐसे मामलों मे चुनाव आयोग जितनी शक्ति करनी चाहिए थी वो नहीं कर पा रहे हैं'.
गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर में 26 अप्रैल को कुछ लोगों द्वारा महिला का उसके पति के सामने सामूहिक बलात्कार किया गया था. जिसके बाद इस मामले में 2 मई को एफआईआर दर्ज की गई थी लेकिन शुरुआत में पुलिस द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. जिसके बाद सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अचानक हरकत में आई थी. बता दें, पुलिस द्वारा गुरुवार को मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा मामले में प्रशासनिक जांच के आदेश दिए गए थे और मामले की चार्जशीट 10 दिन में पेश करने के आदेश दिए गए हैं.
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