दिलेर समाचार, नई दिल्ली. महाराष्ट्र (Maharastra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) को लिखे गए हालिया विवादास्पद पत्र (contentious letter) के बारे में केंद्रीय गृहमंत्री (Union Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि कोश्यारी अपने शब्दों का और बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर सकते थे. दरअसल कोश्यारी ने मुख्यमंत्री ठाकरे को लिखे पत्र में सवाल किया कि क्या आप धर्मनिरपेक्ष (Secular) हो गये हैं. Network19 ग्रुप के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक खास इंटरव्यू (exclusive interview) में, शाह ने कई विषयों पर चर्चा की, जिसमें महाराष्ट्र में अपने पूर्व सहयोगी शिवसेना (Shiv Sena) के साथ भाजपा (BJP) के राजनीतिक संबंधों का मुद्दा भी शामिल था.
कोशियारी ने इस सप्ताह की शुरुआत में ठाकरे को उनकी भगवार राम (Lord Rama) की भक्ति की याद दिलाते हुए पत्र लिखा था. दरअसल राज्य की कमान संभालने के बाद ठाकरे ने अयोध्या (Ayodhya) की यात्रा के साथ ही पंढरपुर में विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर (Vitthal Rukmini Mandir) की यात्रा और पंढरपुर (Pandharpur) में ही आषाढ़ी एकादशी विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर में आषाढ़ी एकादशी के दिन पूजा की थी.
"गवर्नर उन विशेष शब्दों के चय से बच सकते थे"
ठाकरे को "हिंदुत्व का मजबूत समर्थक" बताते हुए, राज्यपाल ने अपने व्यंग्यात्मक पत्र में लिखा था कि उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि क्या सीएम को "पूजा के स्थानों के फिर से खोले जाने के कदम को स्थगित रखने के लिए कोई दैवीय आदेश मिल रहा है." या फिर आप खुद को 'धर्मनिरपेक्ष' बना चुके हैं. एक शब्द जिससे आप नफरत करते थे?"
यह पूछे जाने पर कि पार्टी ने कोश्यारी की टिप्पणी को किस तरह देखा, शाह ने पुष्टि की कि उन्होंने पत्र पढ़ा है. शाह ने कहा, "उन्होंने एक चलताऊ संदर्भ दिया है, मगर मुझे भी लगता है कि शब्दों का चयन उन्होंने टाला होता है तो अच्छा रहता. लेकिन मेरा यह भी मानना है कि वह (गवर्नर) उन विशेष शब्दों के चयन से बच सकते थे."
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