दिलेर समाचार, अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर मुनान बशीर वानी के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर है. एके 47 राइफल के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई हैं. वानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एप्लाइड जियोलॉजी (Applied Geology) में पीएचडी कर रहा था, उसने कुछ दिनों पहले यूनिवर्सिटी छोड़ दी थी.
मुनान बशीर वानी के अब हिज़बुल मुजाहिदीन से जुड़ने की ख़बर आई, वो दक्षिण कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले के लोलाब का रहने वाला है. वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने पर सरकार के प्रयासों के प्रयासों को झटका माना जा रहा है क्योंकि सरकार कश्मीरी युवाओं को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में वापस लौटने की कोशिश कर रही है.
रिसर्च स्कॉलर मुनान बशीर वानी ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में पीएचडी में दाखिला लिया था. पिछले साल गृह नगर उत्तर कश्मीर में आई बाढ़ के बाद जीआईएस तकनीक और रिमोट सेंसिंग को लेकर अपनी रिपोर्ट समिट की थी जिसके लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला था.
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में फुटबॉल खिलाड़ी माजिद इरशाद खान एक आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया है. अक्तूबर महीने के आखिरी दिनों में 20 वर्षीय खिलाड़ी लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया. खिलाड़ी के दोस्त और परिवार वाले इससे बेहद परेशान और चिंतित हैं. ऐसा माना जा रहा है कि खिलाड़ी अपने दोस्त यावर निसार शेरगुजरी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के बाद आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया. शेरगुजरी आतंकवादी था और वह अनंतनाग में अगस्त महीने में सुरक्षाबलों द्वारा मुठभेड़ में मारा गया था.
खान ने आतंकवादी संगठन में शामिल होने का अपना इरादा 29 अक्तूबर के एक फेसबुक पोस्ट में जाहिर किया था. उसने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि जब शौक ए शहादत हो दिल में, तो सूली से घबराना क्या. सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो में खिलाड़ी की मां आयशा उसके वापसी की गुहार लगा रही है. वीडियो में उसकी मां को कहते हुए सुना जा सकता है कि लौट आओ और हमारी जान ले लो, उसके बाद चले जाना. तुम मुझे किसके लिए छोड़ गए?
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