दिलेर समाचार, नई दिल्ली. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने COVID19 टीकों कोवोवैक्स (Covovax ) और कॉर्बेवैक्स (Corbevax) और एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर (Anti-viral drug Molnupiravir) को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह जानकारी दी. सिलसिलेवार ट्वीट्स में देश को बधाई देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मोलनुपिरवीर एक एंटीवायरल दवा है जो देश में 13 कंपनियों द्वारा COVID-19 के वयस्क रोगियों के इलाज के लिए आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए निर्मित की जाएगी.
मंत्री ने कहा कि CORBEVAX वैक्सीन भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है. इसे हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई द्वारा बनाया गया है. यह भारत में विकसित हुआ तीसरा टीका है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नैनोपार्टिकल वैक्सीन, कोवोवैक्स, का निर्माण पुणे स्थित फर्म सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जाएगा. बता दें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कोवोवैक्स के लिए अनुमति मांगी थी एसआईआई ने आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोवोवैक्स के विपणन की मंजूरी के लिए अक्टूबर में डीसीजीआई को एक आवेदन दिया था.
गौरतलब है कि देश में कोविड संक्रमण के ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाव के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है. इसी कड़ी में वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. बता दें भारत के 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के 653 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 186 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या विदेश चले गए हैं.
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