दिलेर समाचार, पिछले वित्त वर्ष में धोखाधड़ी का सबसे बड़ा शिकार सरकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) बना है. एसबीआई द्वारा इस अवधि के दौरान 44,612.93 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़े 6,964 मामले सूचित किये गये. यह रकम बीते वित्त वर्ष के दौरान 18 सरकारी बैंकों में धोखाधड़ी की जद में आयी कुल धनराशि का करीब 30 प्रतिशत है. इसीलिए SBI बेहतर सर्विस को लेकर लगातार कदम उठा रहा है.
इन दिनों SBI अपने ग्राहकों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है. ग्राहकों से कहा जा रहा है कि वे किसी भी अनजान शख्स, या किसी को फोन या ई-मेल पर ओटीपी, अकाउंट से जुड़ी जानकारी न दें. बैंक ग्राहकों को जितना अलर्ट और सुरक्षित रहने के लिए कहते हैं उतना ही खुद को भी तकनीक के अनुसार सुरक्षित बना रहे हैं. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ग्राहकों को ओटीपी आधारित कैश निकासी (SBI OTP-based ATM cash withdrawal) की सुविधा देता है. इन दिनों SBI अपने ग्राहकों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है. ग्राहकों से कहा जा रहा है कि वे किसी भी अनजान शख्स, या किसी को फोन या ई-मेल पर ओटीपी, अकाउंट से जुड़ी जानकारी न दें. बैंक ग्राहकों को जितना अलर्ट और सुरक्षित रहने के लिए कहते हैं उतना ही खुद को भी तकनीक के अनुसार सुरक्षित बना रहे हैं. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ग्राहकों को ओटीपी आधारित कैश निकासी (SBI OTP-based ATM cash withdrawal) की सुविधा देता है.
इन दिनों SBI अपने ग्राहकों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है. ग्राहकों से कहा जा रहा है कि वे किसी भी अनजान शख्स, या किसी को फोन या ई-मेल पर ओटीपी, अकाउंट से जुड़ी जानकारी न दें. बैंक ग्राहकों को जितना अलर्ट और सुरक्षित रहने के लिए कहते हैं उतना ही खुद को भी तकनीक के अनुसार सुरक्षित बना रहे हैं. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ग्राहकों को ओटीपी आधारित कैश निकासी (SBI OTP-based ATM cash withdrawal) की सुविधा देता है.
अक्सर ऐसे कई मामले सामने आते हैं जिसमें एटीएम के जरिए किसी ग्राहक के कार्ड की जानकारी क्लोनिंग से चुरा ली जाती है. ऐसे में ग्राहक के खाते से पलभर में डुप्लीकेट कार्ड के जरिए ठग पैसे निकाल लेते हैं. एटीएम से कैश निकासी को सुरक्षित बनाने के लिए एसबीआई ग्राहकों को ओटीपी आधारित कैश निकासी की सुविधा दी गई है. अक्सर ऐसे कई मामले सामने आते हैं जिसमें एटीएम के जरिए किसी ग्राहक के कार्ड की जानकारी क्लोनिंग से चुरा ली जाती है. ऐसे में ग्राहक के खाते से पलभर में डुप्लीकेट कार्ड के जरिए ठग पैसे निकाल लेते हैं. एटीएम से कैश निकासी को सुरक्षित बनाने के लिए एसबीआई ग्राहकों को ओटीपी आधारित कैश निकासी की सुविधा दी गई है.
अक्सर ऐसे कई मामले सामने आते हैं जिसमें एटीएम के जरिए किसी ग्राहक के कार्ड की जानकारी क्लोनिंग से चुरा ली जाती है. ऐसे में ग्राहक के खाते से पलभर में डुप्लीकेट कार्ड के जरिए ठग पैसे निकाल लेते हैं. एटीएम से कैश निकासी को सुरक्षित बनाने के लिए एसबीआई ग्राहकों को ओटीपी आधारित कैश निकासी की सुविधा दी गई है.
एसबीआई की ओटीपी आधारित कैश निकासी की सुविधा के तहत कोई भी रात के 8 बजे से सुबह 8 बजे तक 10 हजार रुपये या इससे ज्यादा कैश निकासी के लिए एटीएम पर जाएगा. तो अब उनसे ओटीपी मांगा जा रहा है. ये ओटीपी रजिस्टडर्ड नंबर पर आएगा. ओटीपी डालकर ग्राहक 10 हजार रुपये या इससे ज्यादा रकम नहीं निकाल सकते.रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है. इस ओटीपी को एटीएम में दर्ज करने के बाद ही कैश निकासी संभव है. एसबीआई की ओटीपी आधारित कैश निकासी की सुविधा के तहत कोई भी रात के 8 बजे से सुबह 8 बजे तक 10 हजार रुपये या इससे ज्यादा कैश निकासी के लिए एटीएम पर जाएगा. तो अब उनसे ओटीपी मांगा जा रहा है. ये ओटीपी रजिस्टडर्ड नंबर पर आएगा. ओटीपी डालकर ग्राहक 10 हजार रुपये या इससे ज्यादा रकम नहीं निकाल सकते.रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है. इस ओटीपी को एटीएम में दर्ज करने के बाद ही कैश निकासी संभव है.
एसबीआई की ओटीपी आधारित कैश निकासी की सुविधा के तहत कोई भी रात के 8 बजे से सुबह 8 बजे तक 10 हजार रुपये या इससे ज्यादा कैश निकासी के लिए एटीएम पर जाएगा. तो अब उनसे ओटीपी मांगा जा रहा है. ये ओटीपी रजिस्टडर्ड नंबर पर आएगा. ओटीपी डालकर ग्राहक 10 हजार रुपये या इससे ज्यादा रकम नहीं निकाल सकते.रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है. इस ओटीपी को एटीएम में दर्ज करने के बाद ही कैश निकासी संभव है.
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