दिलेर समाचार, तिदिन 2 गिलास ( प्रति सप्ताह औसतन 14 गिलास) अल्कोहल का सेवन आपके दिल के लिए घातक साबित हो सकता है. ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित अल्फ्रेड अस्पताल में शोधकर्ताओं की एक टीम ने अपने शोध में पाया कि सप्ताह में 14 गिलास अल्कोहल पीने वाले लोग कभी-कभी अल्कोहल पीने वालों की तुलना में दिल की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. साथ ही अल्कोहल की इस निश्चित मात्रा के सेवन से दिल के रोगों का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है. इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने पाया कि अल्कोहल का प्रतिदिन सेवन करना अत्रिअल फिब्रिलेशन बीमारी का एक महत्वपूर्ण कारक है. बता दें कि अत्रिअल फिब्रिलेशन में दिल के ऊपरी कक्ष में अनियमित धड़कनें बढ़ जाती हैं.
जब कोई बहुत अधिक पानी पीता है, तो यह शरीर में पानी के स्तर में वृद्धि का कारण बनता है और कोशिकाएं सूखने लगती हैं. यह सूजन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, जो जानलेवा भी साबित हो सकती हैं.
गर्मी में आंखों में जलन और इनके लाल होने की समस्या अक्सर बढ़ जाती है. ऐसा तभी होता है जब शरीर के भीतर गर्मी बढ़ जाती है. इससे निजात पाने के लिए आप रोजाना खस के शर्बत का इस्तेमाल कीजिए.
अल्फ्रेड अस्पताल में हार्ट सेंटर के प्रोफेसर और शोध टीम के अध्यक्ष पीटर किस्टलर ने अपने शोध के बारे में बताया कि अल्कोहल का ज्यादा सेवन अत्रिअल फिब्रिलेशन का मुख्य कारण बन जाता है, इससे अनियमित दिल की धड़कनें और हॉर्ट फेल होने की संभावनाएं कई गुणा बढ़ जाती है.'
उन्होंने आगे कहा 'हमारा यह शोध उन क्लीनिक के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा जो कि इस तरह के रेगुलर अल्कोहल का सेवन करने वालों का इलाज कर रहे हैं.'
गौरतलब है कि HeartRhythm पत्रिका में छपे इस शोध में शोधकर्ताओं की टीम ने उच्च घनत्व वाले इलेक्ट्रानैटोमिक मानचित्रण का उपयोग करके अत्रिअल रीमॉडेलिंग पर अल्कोहल की खपत के विभिन्न प्रभावों को रेखांखित किया है.
बता दें कि इस शोध में 75 लोगों को तीन वर्ग में विभाजित किया गया था. जिसमें रोजाना अल्कोहल पीने वाले, कभी-कभी अल्कोहल पीने वाले और अल्कोहल का सेवन न करने वाले लोग शामिल थे.
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