दिलेर समाचार, नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली (Delhi) में इजरायली दूतावास (Israeli Embassy) पर हुए हमले की जांच जारी है. फिलहाल पुलिस को कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है. हालांकि, घटनास्थल पर एक लेटर मिला है. इस लेटर में दावा किया जा रहा है कि धमाका आम लोगों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नहीं किया गया था. खास बात है कि शनिवार को धमाके की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-उल-हिंद (Jaish Ul Hind) ने ली थी. फिलहाल नेशनल सिक्युरिटी गार्ड की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
जांचकर्ताओं को मौके से एक लेटर और एक आधा जला हुआ गुलाबी दुपट्टा मिला है. इस लेटर में लिखा था 'हम आम सिविलियन यानी आम लोगों को नुकसान नहीं पहुचाना चाहते हैं. हम सिर्फ अपना मैसेज देना चाहते हैं. यह एक ट्रेलर है बस.' इसके अलावा पुलिस के हाथ 3 दिन की रूट सेल आईडी यानि डंप डेटा लगी है. इस डंप डेटा से पता चला है कि धमाके के समय इलाके में 45 हजार मोबाइल फोन काम कर रहे थे.
क्राइम ब्रांच की भी एक टीम दिल्ली ब्लास्ट मामले पर काम कर रही है. ये टीम कैब के पिक एंड ड्राप पर काम कर रही है. ब्लास्ट से पहले अब्दुल कलाम रोड पर 3 घंटे तक कितने लोगों को कैब से पिक किया गया और ड्राप किया. ओला और उबर कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है और उनसे 29 तारीख को 3 बजे से लेकर 6 बजे तक के बीच की गाड़ियों की डिटेल्स निकाली जा रही है. जो उस दौरान अब्दुल कलाम रोड पर मौजूद थी जिन्होंने वहां से किसी को पिक किया या ड्राप किया. इसके अलावा पहले पूरी सड़क की सीसीटीवी 3 घंटे की ली गई थी. अब 3 दिन की फुटेज ली जा रही है.
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