दिलेर समाचार, नई दिल्ली. उत्तराखंड (Uttrakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कहा है कि कांवड़ और चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) में अंतर है. कांवड़ यात्रा में लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं. हरिद्वार में 3 करोड़ से ज्यादा लोग जुटते हैं, लेकिन चार धाम यात्रा में एक ही जगह पर इकट्ठा नहीं होते. धामी ने कहा कि कोविड गाइडलाइन्स का पालन करते हुए यात्रा कराई जा सकती है. हम इसे श्रद्धालुओं के आरटीपीसीआर रिपोर्ट्स, होटल्स की क्षमता और प्रोटोकॉल का पालन करते हुए छोटे पैमाने पर चलाना चाहते हैं. हमने चार धाम यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी (विशेष अनुमति याचिका) दायर की है. उन्होंने कहा है कि राज्य के पर्यटन उद्योग को कोरोना के चलते कितना नुकसान हुआ अभी इसका आकंलन किया जा रहा है. हम अपने संसाधनों का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि महामारी ने पूरी दुनिया और उत्तराखंड को भी प्रभावित किया है.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में धामी ने पूर्व के दो मुख्यमंत्रियों को हटाए जाने पर कहा कि कुछ परिस्थतियां होती हैं. किसी से कोई गलती नहीं हुई थी. दोनों ने अच्छा काम किया था. साल 2022 के चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हम अच्छा काम कर रहे हैं. बाकी का फैसला जनता को लेना है.
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा अप्रत्यक्ष तौर पर हरीश रावत की अगुवाई में चुनाव लड़ने की मुहर लगाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि विपक्ष हर जगह है, लेकिन इस बार मेरे लिए चुनौती उत्तराखंड का विकास है. पहले से शुरू की गई योजनाओं और परियोजनाओं को पूरा करने की चुनौती है. अन्य पार्टियां चुनाव के एजेंडे पर अपना काम कर रही हैं लेकिन हम एक अलग एजेंडे पर काम कर रहे हैं.
चुनाव में भाजपा के 60+ सीट की उम्मीद पर उन्होंने कहा कि जो प्रोजेक्ट पहले से चल रहे हैं, उन्हीं प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाया जाएगा. पहले बहुत अच्छा काम किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़कें, राष्ट्रीय राजमार्ग, चार धाम सड़कें, भारतमाला परियोजना के तहत कार्य और कर्णप्रयाग तक रेल परियोजनाओं का विकास किया जा रहा है. 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है. राज्य सरकार ने भी कई योजनाएं शुरू की हैं.
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