दिलेर समाचार, नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना संक्रमण बढ़ तो रहा है लेकिन कुछ रोज मामले बहुत बढ़े और फिर केसेस में गिरावट देखने को मिल रही है. इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि राजधानी में अब कोरोना का दूसरे चरण का पीक (Second Stage peak) खत्म होने की कगार पर है. सीएम केजरीवाल के अनुसार, दिल्ली में कोरोना का दूसरा पीक 15 अगस्त को शुरू हुआ और 16 सितंबर से खत्म होने की कगार पर है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की मानें तो दिल्ली में कोरोना मामलों की सेकंड वेव की पीक शायद आ चुकी है. केजरीवाल ने कहा कि 16 सितंबर तक जो मामले सामने आए वो शायद सेकेंड वेव का पीक था और अब मामले लगातार कम होते जा रहे हैं.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ मिलकर दिल्ली की दो करोड़ जनता ने, दिल्ली की सभी स्वयंसेवी संस्थाओं ने कोरोना को कंट्रोल किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 जुलाई से लेकर 17 अगस्त तक लगभग कोरोना कंट्रोल में था. इस दौरान तकरीबन 1100 से 1200 मामले सामने आते थे. 17 अगस्त के बाद कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने लगी. दिल्ली सरकार ने तुरंत एक्शन लिया और टेस्टिंग को बढ़ाने का फैसला किया.
टेस्टिंग ही है उपाय
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 20,000 से बढ़ाकर हमने कोरोना टेस्टिंग की संख्या 60 हजार कर दी. कोरोना को हराने का टेस्टिंग सबसे कारगर तरीका है. अग्रेसिव टेस्टिंग के जरिए कोरोना को हराया जा सकता है. सरकार का लक्ष्य है कि पॉजिटिव लोगों की पहचान करें और उन्हें आइसोलेट करें. ज्यादा टेस्ट होने के बाद से दिल्ली में धीरे-धीरे कोरोना के मामले बढ़ने लगे. अगर आज हम 60000 के मुकाबले 20000 टेस्ट करने लगे तो कोरोना के मामले 1100 से 1500 के बीच में आने लगेंगे.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 16 सितंबर को दिल्ली में कोरोना के साढ़े चार हजार मामले सामने आए थे. उसके बाद से मामलों में कमी देखने को मिल रही है. सभी एक्सपर्ट का भी यह मानना है कि शायद दिल्ली में जो कोरोना की सेकंड वेव आई थी शायद उसकी भी पीक जा चुकी है.
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