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क्या है विधेयक में प्रावधान
नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैब) में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है. लोकसभा में विधेयक पर चर्चा के बाद इसके पक्ष में सोमवार को 311 और विरोध में 80 मत पड़े, जिसके बाद इसे निचले सदन की मंजूरी मिल गई.
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इनर लाइन परमिट की वजह से मणिपुर में स्थगित हुआ आंदोलन
गृहमंत्री अमित शाह के मणिपुर को इनर लाइन परमिट (आईएलपी) के दायरे में लाने की बात कहने के बाद राज्य में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे द मणिपुर पीपल अगेंस्ट कैब (मैनपैक) ने सोमवार के अपने बंद को स्थगित करने की घोषणा की.
अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मिजोरम में लागू नहीं होगा विधेयक
यह विधेयक अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मिजोरम में लागू नहीं होगा जहां आईएलपी व्यवस्था है इसके साथ ही संविधान की छठी अनुसूची के तहत शासित होने वाले असम, मेघालय और त्रिपुरा के जनजातीय क्षेत्र भी इसके दायरे से बाहर होंगे.
क्या है इनलाइन परमिट यानी 'आईएलपी'
इस नियम को ब्रिटिश सरकार ने बनाया था और आजादी के बाद इसमें कई फेरबदल भी किए गए. इसमें प्रमुख से दो बातें हैं, इसमें पहला प्रावधान आईएलपी और दूसरा नौकरी, रोजगार के लिए.
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