दिलेर समाचार,अनुशासन ही खिलाड़ी को उच्च मुकाम तक पहुंचाता है | यदि अनुशासन मौजूद नहीं है तो खिलाड़ी और खेल मौजूद नहीं है लिस्ट के अनुसार 13 महिला पहलवान और 2 पुरुष पहलवान अनुशासनहीन है | अनुशासनहीनता में महिला पहलवान आगे है यह भारतीय महिला कुश्ती टीम के लिए शर्म की बात है | भारतीय कुश्ती संघ शो केस नोटिस, आदेश निकालने में आगे है उसप कार्यवाही नहीं करते क्युकी सब को पता है भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष दयालु है बहुत जल्दी माफ कर देते है और हर बार नोटिस निकालते है फिर माफ फिर नोटिस फिर माफ फिर नोटिस फिर माफ फिर नोटिस फिर माफ यही छिया छाई का खेल खेलते रहते है | एसे में भारतीय महिला कुश्ती टीम की आदत खराब कर दिए | एसे मुद्दों पर कोच का एक्शन भी धरा रहा जाता है फेडरेशन दयालु है माफ कर देगी एसे में टीम कोच की कोई वक्त नहीं रहती भारतीय कुश्ती संघ को चाहिए की इस बात पर गंभीरता से विचार करे | मैं समझता हूं कि अनुशासित खिलाड़ी छठा स्थान प्राप्त करता है तो भी वह अनुशासनहीन खिलाड़ी द्वारा प्राप्त स्वर्ण पदक से बेहतर है | भारतीय कुश्ती संघ को चाहिए अगर कोई खिलाड़ी अनुशासन में नहीं है तो उसे टीम से निकाल फेकना चाहिए |
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