दिलेर समाचार, श्रीनगर. पीडीपी (PDP) अध्यक्ष एवं जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को उनके विरुद्ध जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत लगाए गए आरोपों को हटा लिए जाने के बाद मंगलवार रात रिहा कर दिया गया. पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 (Article 370) को निष्प्रभावी बनाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था.
सुप्रीम कोर्ट में उन्हें हिरासत में रखने से जुड़े मामले पर अगली सुनवाई होने से महज दो दिन पहले यह कदम उठाया गया है. उपायुक्त ने आदेश दिया कि तत्काल प्रभाव से महबूबा से पीएसए हटाया जाए. उनकी हिरासत इस साल 31 जुलाई को तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई थी.
After being released from fourteen long months of illegal detention, a small message for my people. pic.twitter.com/gIfrf82Thw
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
रिहाई के बाद जारी किया संदेश
रिहा किए जाने के बाद मुफ्ती ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि वह अनुच्छेद 370 के लिए फिर से संघर्ष करेंगी. 1 मिनट 23 सेकेंड के वीडियो में मुफ्ती ने 5 अगस्त 2019 को 'काला दिन' बताते हुए कहा कि यह फैसला हमें बुरा लगा. महबूबा ने कहा कि 'एक साल से ज्यादा समय तक हिरासत में रहने के बाद मुझे रिहा कर दिया गया है, उस काले दिन का काला फैसला मेरे दिल और रुह पर हर पल वार करता रहा, मुझे एहसास है कि यही कैफियत जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी.'
पूर्व सीएम ने कहा कि 'हम में से कोई भी उस दिन की डाकाजनी और बेइज्जती को भूल नहीं सकता. अब हम सबको इरादा करना होगा कि जो दिल्ली दरबार ने 5 अगस्त को गैर संवैधानिक और गैर लोकतांत्रिक फैसला लिया हमें उसे वापस लेना होगा.' उन्होंने कहा कि जो लोग बंद किए गए हैं, सभी को रिहा किया जाए. हमें पता है कि यह राह आसान नहीं होगी लेकिन हम संघर्ष करेंगे और यह राह आसान नहीं होगी. यह दिलचस्प है कि मुफ्ती के इस द्वारा जारी किए गए संदेश में उनका चेहरा नहीं दिखाया गया औऱ वीडियो का बैकग्राउंड पूरी तरह से काला है.
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