दिलेर समाचार, वाशिंगटन. अमेरिका की कंपनी एली लिली (Eli Lilly) के कोरोनोवायरस के लिए अपने प्रमुख मोनोक्लोनल एंटीबॉडी उपचार (Monoclone Antibody) के अंतिम चरण के परीक्षण पर रोक (Pause Last Stage Trial) लगा दी है. यह रोक संभावित सुरक्षा चिंताओं के चलते लगाई गई है. एली लिली कंपनी ने इसकी पुष्टि कर दी है. कंपनी की प्रवक्ता मॉली मैक्कुली ने कहा कि लिली के लिए के सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है. हम इस बात से अवगत हैं कि, अत्यधिक सावधानी के चलते ACTIV-3 स्वतंत्र डेटा सुरक्षा निगरानी बोर्ड (DSMB) ने नामांकन को लेकर इसे रोकने की सिफारिश की है.
सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण: एली लिली
मॉली ने कहा कि लिली DSMB द्वारा इस अध्ययन में भाग लेने वाले रोगियों की सुरक्षा को सावधानीपूर्वक सुनिश्चित करने के निर्णय लेने का समर्थन करती है. लिली के रोक लगाने की यह खबर जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) के कोरोनावायरस के वैक्सीन के ट्रायल के अंतिम चरण पर रोक लगाने के 24 घंटे के अंदर ही आई है. जॉनसन के ट्रायल पर 'प्रतिकूल घटना' के उपस्थित होने पर रोक लगा दी गई.
ट्रायल के दौरान बीमार हुआ था व्यक्ति
जॉनसन रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्म के ग्लोबल हेड डॉ. मथाई मैमन ने कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि कंपनी के पास अभी बहुत कम जानकारी है और एक ट्रायल के दौरान एक सहभागी का बीमार हो जाने से इसके परीक्षण हम फिलहाल रोक लगा रहे हैं. वहीं जॉनसन एंड जॉनसन की तरफ से एक स्टेटमेंट जारी कर बताया गया, ‘हमने अपने सभी कोविड-19 वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल अस्थायी रूप से रोक दिया है.' कंपनी ने इसकी वजह ट्रायल के दौरान एक सहभागी का बीमार होना बताया.’
इस महीने की शुरुआत में जॉनसन एंड जॉनसन अमेरिका में वैक्सीन बनाने वालों की शॉर्ट लिस्ट में शामिल हुआ है. जॉनसन एंड जॉनसन की एडी26-सीओवी2-एस (SD26-COV2-S Vaccine) वैक्सीन अमेरिका में चौथी ऐसी वैक्सीन है, जो क्लिनिकल ट्रायल के आखिरी फेज में है. पिछली बार की रिपोर्ट में कहा गया था कि वैक्सीन ने शुरुआती स्टडी में कोरोना वायरस के खिलाफ एक मजबूत इम्यून रेस्पॉन्स दिया है. रिसर्चर्स ने कहा था कि अब तक के क्लिनिकल ट्रायल के रिजल्ट के आधार पर कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं थे.
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