दिलेर समाचार, नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा हाल ही में शुरू किए गए मोबाइल ऐप से पासपोर्ट आवेदन का डेटा सुरक्षित है कि नहीं इसको लेकर जारी बहस को विदेशमंत्री के बयान ने खत्म कर दिया है. सरकार ने कहा इस सेवा के तहत संग्रहीत डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान इस सेवा से जुड़े एक सवाल के जवाब में बताया कि मोबाइल ऐप से पासपोर्ट के लिए आवेदन करने पर डाटा संरक्षण के ठोस उपाय किए गए हैं. इस सेवा के तहत आवेदन प्रक्रिया में दो खास फीचर जोड़े गए हैं. इससे आवेदन प्रक्रिया पूरी होते ही मोबाइल फोन में दर्ज डाटा पासपोर्ट सेवा के डाटा केंद्र में संग्रहीत हो जाएगा और मोबाइल फोन और ऐप से डाटा अपने आप डिलीट हो जाएगा. जिससे आवेदन के बाद डाटा के दुरुपयोग की संभावना खत्म हो जाती है.
उन्होंने बताया कि दूसरा फीचर फर्जी पासपोर्ट के आवेदन से जुड़ा है. इसमें साइबर कैफे से ऑनलाइन सेवा के जरिए फर्जी पासपोर्ट आवेदन की पहचान कर ऐसे आवेदन को डाटा सेंटर अस्वीकार कर देगा.
सुषमा स्वराज ने पासपोर्ट सेवा में कर्मचारियों की कमी के कारण दिक्कतें आने से जुड़े पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि कर्मचारियों के अभाव के बावजूद सेवा की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि 26 जून को शुरू हुई मोबाइल ऐप सेवा से महज तीन सप्ताह में 67500 पासपोर्ट आवेदन किए जा चुके हैं. आवेदक को इस सेवा से पासपोर्ट केंद्र पर दस्तावेजों की जांच के लिए तुरंत समय मिल रहा है.
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