दिलेर समाचार, नई दिल्ली. पाकिस्तानी आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी (Zaki-ur-Rehman Lakhvi) की सजा को भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने गंभीरता से नहीं लिया है. मंत्रालय ने इसे पाकिस्तानी स्टंट करार दिया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है- महत्वपूर्ण बैठकों से पहले पाकिस्तान प्राय: हास्यास्पद कदम उठाता रहता है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह कदम एपीजेजी और एफएटीएफ (FATF) की बैठक से पहले सोच-समझकर उठाया गया है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को लाहौर के एंटी टेरर कोर्ट ने को 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर ए तैयबा के आतंकी जकीउर रहमान लखवी को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है. आतंकवाद को समर्थन और आतंकवाद को वितीय मदद करने के मामले में लखवी को 15 साल की सजा सुनाई गई है. साथ ही जुर्माना भी लगाया गया है.
हाल ही में मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर आतंकी जकीउर रहमान लखवी को गिरफ्तार किया गया था. जकीउर रहमान लखवी को आतंकियों की मदद करने और उन्हें पैसे मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. जकीउर रहमान लखवी ने हाफिज सईद के साथ मिलकर 26/11 के हमले की साजिश रची थी.
2006 में मुंबई में बम हमले और रेल पटरियों के आसपास सीरियल धमाकों की साजिश में भी उसका हाथ था. उसमें 200 से अधिक लोग मारे गए थे जबकि 700 से ज्यादा घायल हो गए थे. मई 2008 में अमेरिका ने लश्कर तैयबा के खातों पर रोक लगा दी.
वर्ष 2008 में नवंबर में उसने मुंबई अटैक की साजिश रची. भारतीय अधिकारियों के अनुसार वो इस हमले की साजिश रचने वाले चार मुख्य लोगों में था. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशंस कमांडर लखवी को मुंबई हमलों के बाद 2008 में यूएनएससी के प्रस्ताव के तहत संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया गया था. मुंबई हमले की जांच के दौरान पता चला था कि लखवी ने ही हाफिज सईद को आतंकी हमले का पूरा प्लान तैयार करके दिया था.
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