दिलेर समाचार, पेरिस। फ्रांस में पुलिस और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों में मध्य पेरिस सहित कई इलाकों में जमकर झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों द्वारा दंगारोधी पुलिस पर पथराव करने से हालात बिगड़े, तो पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने इस मामले में 160 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रदर्शन के दौरान 11 पुलिसवालों सहित 65 लोग घायल हुए हैं।
विरोध प्रदर्शन के तीसरे सप्ताह में शनिवार को प्रदर्शनकारी पहले आर्क डे ट्रायम्फे में एकत्र हुए थे। यहां पर उन्होंने देखा कि चैंपस-एलिसियों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी गई है। हालांकि, जांच और आईडी जांचने के बाद कई प्रदर्शनकारियों को आगे जाने दिया गया। बवाल तब शुरू हुआ, जब इनके पीछे गैस मास्क और बर्फ पर फिसलने के दौरान पहने जाने वाले चश्मे पहने हुए प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ने लगे।
इसके बाद पुलिस ने आसूं गैस के गोले छोड़े। इस पर भगदड़ मच गई। पेरिस के कई हिस्सों से काला धुआं उठता देखा गया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमारा आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, लेकिन हम बिखर गए। हमारा कोई नेता नहीं था, इसलिए ऐसा हुआ।
बता दें कि फ्रांस में ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर आम लोगों में बहुत गुस्सा है। इसके लिए ये लोग सीधेतौर पर राष्ट्रपति मैंक्रो को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसी के विरोध में अक्टूबर में सोशल मीडिया पर "येलो वेस्ट" आंदोलन की शुरुआत हुई। चूंकि ये प्रदर्शनकारी पीली जैकेट पहनकर आंदोलन कर रहे हैं, इसलिए इन्हें "येलो वेस्ट" नाम दिया गया है।
पूरे देश में हो रहे इन आंदोलनों में अधिकतर पेंशनर्स सहित छोटे शहरों और गांवों के लोग शामिल हैं। ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सबसे पहला विरोध प्रदर्शन 17 नवंबर को हुआ था, जिसमें करीब पौने तीन लाख लोगों ने शिरकत की थी। एक नवंबर को प्रदर्शन का तीसरा सप्ताह था।
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