दिलेर समाचार, नई दिल्ली. दिवाली (Diwali 2020) नजदीक है. ऐसे में लोगों के अंदर पटाखे (Fire Crackers) जलाने की भी उत्सुकता है. पर्यावरण को कम नुकसान हो, इसके लिए ग्रीन पटाखे या ग्रीन क्रैकर्स (Green Crackers) के इस्तेमाल की अपील की गई है. इस बीच दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने शहर में 824 से अधिक खुले स्थानों की एक सूची जारी की है, जहां लोग दिवाली के दिन रात 8 बजे से 10 बजे के बीच ग्रीन पटाखे जला सकेंगे. बता दें कि दिवाली इस साल 14 नवंबर को मनाई जाएगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार यह सूची ऐसे समय सामने आई है, जब दिल्ली सरकार एक अभियान शुरू करने जा रही है. जिसमें लोगों से अपील की जाएगी कि इस बार दिवाली में वे पटाखे ना जलाएं. ऐसा बढ़े हुए वायु प्रदूषण और कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए किया गया है. 2018 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए आदेश को मद्देनजर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राज्य सरकार ने केवल ग्रीन पटाखे बनाने और बेचने की अनुमति दी है, जिनमें पारंपरिक पटाखों की तुलना में कम प्रदूषक तत्व होते हैं. साथ ही उनमें आवाज भी कम होती है.
2018 और 2019 में, पारंपरिक पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद और कम उत्सर्जन वाली किस्मों की कम उपलब्धता के कारण दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में दिवाली के बाद प्रमुख रूप से वृद्धि देखी गई थी. पिछले साल तक केवल फूलझड़ी (स्पार्कलर), रॉकेट और अनार के ही ग्रीन पटाखे बाजार में उपलब्ध दिख रहे थे. इस बार कई और विकल्प भी लोगों को मिलेंगे.
गोपाल राय ने यह भी कहा, 'मैं लोगों से अपील करता हूं कि इस साल कोई भी पटाखे न जलाएं. कोविड-19 महामारी के कारण वायु प्रदूषण में इजाफा होने से स्वास्थ्य संबंधी खतरे अधिक हो सकते हैं. अगर कोई वास्तव में पटाखे जलाना चाहता है, तो कृपया केवल ग्रीन पटाखे का उपयोग करें.'
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