दिलेर समाचार, गुरुग्राम. तीन रात में तीन हत्याएं करने का आरोपी 22 वर्षीय मोहम्मद रजी चाहता था कि क्राइम की दुनिया में उसकी पहचान बने. वह चाहता था कि लोग ना सिर्फ उसके नाम से खौफ खाएं बल्कि उसका सिक्का भी चले. हालांकि उसे इस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि वह पुलिस की गिरफ्त में आ जाएगा. किसी भी जुर्म को अंजाम देने के बाद वह मौके पर कोई सबूत नहीं छोड़ता था. आरोपी के घर वाले उसे 'सनकी रजी' (Psycho Razi) कहते हैं. उसे खुद कुछ बनने की इच्छा थी. वह दुनिया को यह दिखाना चाहता था कि वह कुछ हासिल कर सकता है जिसके बाद उसने लोगों को मारना शुरू कर दिया.
गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि रजी गुरुग्राम, दिल्ली और बिहार में कम से कम 10 हत्याओं में शामिल रहा हो. पुलिस ने कहा कि उसे गुरुग्राम के इफ्को चौक से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. इससे एक हफ्ते पहले उसने सेक्टर 29 और सेक्टर 47 में लगातार तीन दिन कथित तौर पर तीन लोगों की हत्या की थी. इस मामले में जांच जारी है और राज्य के बाहर कथित हत्याओं के अभी तक सबूत नहीं मिले हैं.
बिहार के अररिया जिले के खलीलाबाद गांव का निवासी रजी गुरुग्राम में मजदूर के तौर पर काम करता था. सितंबर में गुरुग्राम जाने से पहले उसने एक छोटे होटल और जामा मस्जिद के पास एक गेस्ट हाउस में काम किया. गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर केके राव ने कहा कि जुलाई में दिल्ली आने से पहले वह नेपाल में काम करता था.
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