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इन राशि वालों के लिए बेहद लकी रहने वाला है साल 2018

Posted at: Jan 3 , 2018 by Dilersamachar 9959
                            मेष 

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2018 का वर्ष मेष राशि के लिये अत्यंत शुभ परिणाम देने वाला है,शनि का  बुलंदी पर है,राहु केतु का दुष्प्रभाव ख़त्म हो चुका है,शनि का दुष्प्रभाव ख़त्म हो चुका है,अडैया भी समाप्त हो चुका है शनिदेव आपकी राशि के लिये भाग्य भाव से भ्रमण करेंगे,नौकरी,रोजगार मे उत्तम स्थिति का योग,राज्य से मदद मिलेगी,किस्मत साथ देंगी,गुरु महाराज जो इस राशि के लिये भाग्यस्थान के स्वामी होकर सबसे शक्तिशाली ग्रह है,लग्न ,लाभ और  पराक्रम पर दृष्टि डालेंगे,आपको मान सम्मान और धन दिलायेंगे,वरिष्ठ गुरुजनों की कृपा मिलेगी,राजकीय कार्य मे उन्नति के योग,स्वयं का कार्य,व्यापार मे उन्नति के योग है,राहु केतु इस समय चतुर्थ और राज्य स्थान मे आ चुके है,मकान,वाहन तथा स्थान परिवर्तन का योग,कर्मक्षेत्र राज्य आदि मे परिवर्तन का योग।
शनि लाभ के लिये क्या करें-कर्मक्षेत्र मे मन लगाकर काम करें,शनिमंदिर जायें,कालभैरव की स्तुति करें।
गुरु ग्रह के लिये-भगवान दत्तात्रेय की स्तुति करें,अपने गुरु किसी भी संत या नवनाथ की पूजा करें,अपने वरिष्ठ लोगो से आशीर्वाद लें।
राहु की शुभता के लिये-किसी सफाईकर्मी को पैसा या भोजन दें,अपंग और कौड़ी लोगो की मदद करें,राहु ग्रह की शांति कराये,नागराज़ की पूजा करें।
केतु शांति के लिये-भगवान गणेश की पूजा करें,छोटे अनाथ बच्चो के लिये जो हो सकता हो वह करें,मानसिक अपंग लोगो से अच्छा व्यवहार करें।
महिलाओं के लिये-यह वर्ष इस राशि की महिलाओ को सफलता के नये रास्ते दिखायेगा,नवीन कार्यों मे सफलता का योग,नौकरी के प्रयास सफल होंगे,विवाह योग्य महिलाओं के लिये शुभ समय,विवाह वैसे भी स्थान परिवर्तन करता है,आपका कही दूरस्थान मे सम्बंध के योग बनेंगे।
व्यापारी वर्ग-इस राशि के व्यापारियों के लिये समय शुभ है,आपके कार्यों मे आपको सरकार का सहयोग मिलेगा,नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है,कामकाज मे वृद्धि के योग।
कर्मचारी वर्ग-इस वर्ग के लिये यह वर्ष अत्यंत अनुकुल है,पदोन्नति या खुद के कार्य मे सफलता का योग,वरिष्ठ अधिकारियों से सहयोग मिलेगा।
स्थान परिवर्तन हो सकता है।
विद्यार्थी वर्ग-यह वर्ष आपके लिये विशेष लाभकारक होगा,शिक्षा के क्षेत्र मे आ रही रूकावटे दूर होगी,प्रतियोगी परीक्षा आदि मे सफलता का योग,रास्ता साफ है इस वर्ष दिल लगाकर पढ़ाई करें।
स्वास्थय-यह वर्ष आपके स्वास्थय को अत्यंत अनुकुल रखेगा,पुराने रोगों मे सुधार भी होगा,आप थोड़े से प्रयास और उत्तम आहार विहार से अपना स्वास्थय सुधार कर अपनी फिटनेस को सही कर सकते है।
वास्तु और दिशा-इस वर्ष आपके सभी ग्रह अत्यंत अनुकुल स्थिति मे है उत्तर दिशा आपके लिये विशेष लाभदायक है,इस दिशा मे जाकर आप भाग्य से विशेष लाभ प्राप्त कर सकते है।
पूजा पाठ,इष्ट आराधना-साइँ बाबा,भगवान दत्तात्रेय की पूजा आपको विशेष लाभ देंगी,इसके अलावा आप हनुमानजी की भी विशेष पूजा करें।
 
                            वृषभ 

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वृषभ राशि के लिये यह वर्ष इस बार के सितारे थोड़े कमजोर लग  है,शनि महाराज़ जो इस राशि की जान है इस बार अष्टम भाव मे स्थित है,शनिदेव की दृष्टि राज्य,धन तथा पंचम स्थान मे पड़ रही है,कर्मक्षेत्र मे जटिल समस्या का निराकरण तथा आर्थिक समस्याओं का निपटारा करना पड़ेगा,नवीन निवेश तथा साझीदारी आदि से दूर रहें,नये काम सोचसमझकर करें,अपना संचित धन सम्भालकर रखें,धन उधारदेना तकलीफ का कारण बनेगा,शिक्षा,संतानपक्ष सम्बंधी तकलीफ का निराकरण करना होगा,खानपान मे ध्यान रखना पड़ेगा,उदर विकार गुप्त रोग सम्भावित।
शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिये-शनि के अडैया के दुष्प्रभाव से बचने के लिये आपको शनिग्रह की शांति,हनुमान चालीसा,सुंदरकांड का पाठ,कालभैरवअस्टक आदि का पाठ शनि ग्रह को अनुकुल करने मे मदद करेगी,पीपल की पूजा तथा दीपक लगाना भी शनिग्रह के दुष्प्रभाव को कम करेगा।
राहु का प्रभाव-इस राशि के लिये राहु महाराज इस समय तीसरे स्थान यानी अपनी सबसे अनुकुल बैठक मे है,पराक्रम वृद्धि कर आपको आत्मविश्वास से भरपूर रखेगा,विदेश यात्रा आदि मे खास सफलता का योग,साहसपूर्ण कार्यों मे विशेष सफलता का योग।
केतु का प्रभाव-केतु इस राशि के लिये भाग्य स्थान मे स्थित होकर सबसे भाग्य से आकस्मिक रूप से अच्छॆ परिणाम दे सकता है,छोटे बच्चों को प्रेम करें,उनकी खुशी अर्जित करें,भगवान गणेश की पूजा करें,केतु ग्रह की शांति कराये।
गुरु ग्रह का प्रभाव-गुरु ग्रह इस राशि के लिये दो अशुभ भावों का स्वामी होकर छ्ठे स्थान मे स्थित होकर मे बैठकर विपरीत लाभ के योग बना रहे है,वित्तीय संस्थानों से मदद मिलेगी,जटिल आर्थिक प्रकरणों मे मदद मिलने का योग है।
महिलाओं के लिये-यह वर्ष इस राशि की महिलाओ को सफलता के नये रास्ते दिखायेगा,नवीन कार्यों मे सफलता का योग,विदेश यात्रा आदि मे सफलता प्राप्त होगी,बाहरी क्षेत्रों मे किये गये कार्य सफल रहेंगे,नौकरी के प्रयास सफल होंगे,विवाह योग्य महिलाओं के लिये शुभ समय,विवाह वैसे भी स्थान परिवर्तन करता है,आपका कही दूरस्थान मे सम्बंध के योग बनेंगे,आर्थिक समस्याओं का निराकरण प्राप्त होगा।
व्यापारी वर्ग-इस राशि के व्यापारियों के लिये समय ठीक नही है,आर्थिक कार्यों मे निवेश आदि के समय ठीक नही,कामकाज म आने वाली  जटिलता को सुलझाने मे समय व्यतीत होगा,आपके कार्यों मे आपको सरकार का सहयोग मिलेगा,नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है।
कर्मचारी वर्ग-इस वर्ग के लिये यह वर्ष अत्यंत थोड़ा प्रतिकूल रहेगा,विभागीय जांच आदि का योग,जटिल प्रकरणों को सुलझाने मे समय व्यतीत होगा, खुद के कार्य मे सफलता का योग,वरिष्ठ अधिकारियों से सहयोग मिलेगा।
स्थान परिवर्तन हो सकता है,चुनौतीपूर्ण कार्य मे समय व्यतीत होगा,साहसिक कार्यों मे सफलता प्राप्त होगी,भाग्य से अचानक मदद मिलने का योग।
विद्यार्थी वर्ग-यह वर्ष आपसे कठिन मेहनत करायेगा,अपने सभी कागजात व्यवस्थित रखें अन्यथा समय पर दिक्कतों का योग,शोधपूर्ण कार्यों मे मन लगेगा,खोजपूर्ण कार्यों मे सफलता का योग,शिक्षा के क्षेत्र मे आ रही रूकावटे करने के लिये एकाग्रता बनाये रखें,प्रतियोगी परीक्षा आदि मे सफलता का योग,विलासिता और व्यर्थ के कार्यों से दूर रहें।
स्वास्थय-यह वर्ष आपके स्वास्थय  के लिये थोड़ा प्रतिकूल है खानपान  मे संयम रखेगें तो पुराने रोगों मे सुधार भी होगा,आप थोड़े से प्रयास और उत्तम आहार विहार से अपना स्वास्थय सुधार कर अपनी फिटनेस को सही कर सकते है,उदर विकार तथा गुप्त रोगॊ से सामान्य तकलीफ का योग,बेसन तथा गरिष्ट पदार्थ जो आपको कब्ज आदि कर सकते है,उसका परहेज़ करें।
वास्तु और दिशा-इस वर्ष आपके कुछ  ग्रह प्रतिकुल स्थिति मे है उत्तर दिशा आपके लिये विशेष लाभदायक नहीहै,इस दिशा मे जाकर आप अपना समय व पैसा नष्ट न करें,दक्षिण पश्चिम दिशा तथा विदेश यात्रा से आपको अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है भाग्य से विशेष लाभ प्राप्त कर सकते है।
पूजा पाठ,इष्ट आराधनाभगवान कालभैरव,कृष्ण तथा शनिदेव की पूजा आपको विशेष लाभ देंगी,इसके अलावा आप भगवान गणेश की विशेष पूजा करें।
     
                                  मिथुन
इस बार इस राशि के सितारे अत्यंत मजबूत है, राहु केतु इस समय धन और अष्टम भाव मे पहुंच चुके है,राहु धन स्थान मे आकस्मिक धन की वृद्धि करेगा,लेकिन अष्टम का केतु संतान,उदर विकार,गुप्त शत्रु जैसे कष्टों मे वृद्धि कर सकता है,गुरु ग्रह पंचम भाव मे शुभ स्थिति मे है  लाभ,व्यक्तित्व,तथा भाग्य को उत्तम सहयोग प्रदान करेगा,शनि ग्रह का केन्द्र मे आना आपके लिये चार चांद लगाने जैसा है,भाग्य आपको विशेष सहयोग करेगाइस वर्ष आपका भाग्य आपको कर्मक्षेत्र,नौकरी,व्यापार मे उत्तम सहयोग करेगा।
महिलाओं के लिये-यह वर्ष इस राशि की महिलाओ के लिये  सफलता के नये रास्ते दिखायेगा,नवीन कार्यों मे सफलता का योग,नौकरी के प्रयास सफल होंगे,विवाह  महिलाओं के लिये शुभ समय,विवाह आदि मांगलिक कार्यों मे भाग्य सहयोग करेगा,इस राशि की महिलाओं के लिये यह वर्ष मान सम्मान व कई सम्भावनाए लेकर आयेगा।
व्यापारी वर्ग-इस राशि के व्यापारियों के लिये समय शुभ है,आकस्मिक धन लाभ का योग,आपके कार्यों मे आपको सरकार का सहयोग मिलेगा,नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है,कामकाज मे वृद्धि के योग,वरिष्ठ लोगो की कृपा प्राप्त होगी,नई योजनाओं का विस्तार होने का योग है,समय शुभ है,इसका लाभ उठाए।
कर्मचारी वर्ग-इस वर्ग के लिये यह वर्ष अत्यंत अनुकुल है,भाग्य से पदोन्नति के योग,स्वयं के कार्यक्षेत्र मे उन्नति और प्रतिष्ठा वृद्धि के योग,महत्वपूर्ण कार्यों मे सफलता प्राप्त होगी,साझीदारी से जुड़े कार्यों मे विशेष सफलता प्राप्त होगी।
विद्यार्थी वर्ग-इस वर्ष आपको शिक्षा के क्षेत्र मे विशेष उन्नति के योग है,उच्च शिक्षा ले लिये किये गये प्रयास सफल होंगे,शिक्षा के क्षेत्र मे मान सम्मान प्राप्ति के योग,यह वर्ष आपके लिये विशेष लाभकारक होगा,समय का लाभ उठाये।
स्वास्थय- अष्टम भाव का केतु उदर विकार,गुप्त रोग तथा अज्ञात बीमारियों से आपको पीडित कर सकता है,किसी भी प्रकार की स्वास्थय सम्बंधी परेशानी मे शांति बनाये रखने तथा आहार विहार मे सुधार रखने से ही लाभ होगा,ज्यादा लम्बे चिकिस्ता सम्बंधी जांच आदि से बचें,यह वर्ष आपके स्वास्थय को अत्यंत अनुकुल रखेगा,पुराने रोगों मे सुधार भी होगा।
वास्तु और दिशा-इस वर्ष आपके सभी ग्रह अत्यंत अनुकुल स्थिति मे है,सभी दिशाओं मे जाकर कार्य कर सकते हैआपके लिये समय विशेष लाभदायक है,दक्षिण पश्चिम दिशा मे विशेष लाभ का योग।
पूजा पाठ,इष्ट आराधना-देवी,काल भैरव तथा भगवान दत्तात्रेय की पूजा आपको विशेष लाभ देंगी,इसके अलावा आप गणेशजी की भी विशेष पूजा करें।
          
                                     कर्क
कर्क राशि के सितारे इस बार उन्नतिदायक है,इस राशि का परमकारक ग्रह गुरु केन्द्र यानी चतुर्थ स्थान मे जनता,समाज पद वाहन की गारंटी दे रहा है,वरिष्ठ गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त होगा,राज्य से कृपा प्राप्त होगी यदि आप किसी सामाजिक कार्य से जुड़े है जो समाज मे ज्ञान शिक्षा,धर्म और अध्यात्म से जुड़ा है तो निश्चित रूप से आपको इस वर्ष विशेष मान सम्मान व उन्नति मिलने वाली है,यदि आपके कोई गुरु है तो उनका आशीर्वाद ले साथ ही पुखराज रत्न अपनी तर्जनी अंगुली मे धारण करें।
शनि ग्रह की स्थिति-इस वर्ष शनि महाराज आपके लिये छठे स्थान मे भ्रमण कर रहा है,जो की परम कारक है,रोग,ऋण शत्रु कम होंगे,व्यर्थ के कार्य से छुटकारा मिलेगा,ये समझ ले की इस वर्ष शनिदेव आपके लिये अत्यंत अनुकुल है।
राहु केतु की स्थिति- राहु केतु इस समय लग्न और सप्तम भाव मे पहुंच चुके है,राहु लग्न स्थान मे व्यक्तित्व मे वृद्धि करेगा,मान सम्मान दिलायेगा,किसी अच्छॆ या बुरे कारण से प्रचार मिलने का योग,लेकिन सप्तम भाव का केतु जीवनसाथी,व्यापार मे साझीदार से कष्टों मे वृद्धि कर सकता है,इस समस्या का आपको सावधानी से निराकरण करना होगा,इस वर्ष आपको अपने पारिवारिक सहयोगी व्यापारिक मित्रगणों द्वारा अज्ञात उलझनों को सावधानीपूर्वक सुलझाना पड़ेगा।भगवान गणेश का पूजन करें,केतु ग्रह की वैदिक मन्त्रों के द्वारा शांति करवायें,किसी बटुक ब्रहाम्ण को धार्मिक दान आदि करें।
महिलाओं के लिये-यह वर्ष इस राशि की महिलाओ के लिये  मिला जुला फल देने वाला है,यदि आप अविवाहित है तो विवाह के योग बनेंगे,नौकरी रोजगार मे सफलता प्राप्त होगी,लेकिन यदि आप शादीशुदा है तो आपके जीवनसाथी की ओर से सामान्य समस्याओं का सामना करना पड़ेगा,इस समय आपको संयम 
व विवेक द्वारा कठिन समय को निकालना होगा,साझीदारी व्यापार के लिये यह समय ठीक नही,रोग,ऋण शत्रु का नाश होगा
वरिष्ठ लोगो की कृपा होगी।
व्यापारी वर्ग-इस राशि के व्यापारियों के लिये समय शुभ है,नवीन कार्यों का विस्तार होगा,साझीदारी से जुड़े कार्यों मे विवाद का योग,आर्थिक ऋण से जुड़ी समस्या हल होगी,आर्थिक लेनदेन सामजिक स्थिति मे सुधार होगा,धन प्राप्ति आसानी से होगी,आपके कार्यों मे सरकार का सहयोग मिलेगा,नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है,कामकाज मे वृद्धि के योग,वरिष्ठ लोगो की कृपा प्राप्त होगी,नई योजनाओं का विस्तार होने का योग है,समय शुभ है,इसका लाभ उठाए।
कर्मचारी वर्ग-इस वर्ग के लिये यह वर्ष अत्यंत अनुकुल है,भाग्य से पदोन्नति के योग,स्वयं के कार्यक्षेत्र मे उन्नति और प्रतिष्ठा वृद्धि के योग,विवादों से दूर रहें अन्यथा छवि खराब हो सकती है,किसी पुराने प्रकरण मे निर्णय आपके पक्ष मे हो सकता है,महत्वपूर्ण कार्यों मे सफलता प्राप्त होगी,साझीदारी से जुड़े कार्यों मे विशेष असफलता प्राप्त होगी।
विद्यार्थी वर्ग-इस वर्ष आपको शिक्षा के क्षेत्र मे विशेष उन्नति के योग है,शनि का पंचम भाव से हटना शिक्षा के क्षेत्र मे बाधाओं के हटने जैसा है,पढ़ाई मे मन एकाग्र करें,सोशल मीडिया से दूरी बनायें अन्यथा व्यर्थ की परेशानी गले पड़ेगी,उच्च शिक्षा ले लिये किये गये प्रयास सफल होंगे।
स्वास्थय- सप्तम भाव का केतु जोडो मे दर्द गुप्त रोग तथा अज्ञात बीमारियों से आपको पीडित कर सकता है,वैसे छठा शनि सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने मे समर्थ है इसीलिये चिंता की कोई बात नही किसी भी प्रकार की स्वास्थय सम्बंधी परेशानी मे शांति बनाये रखने तथा आहार विहार मे सुधार रखने से ही लाभ होगा,यह वर्ष आपके स्वास्थय को अत्यंत अनुकुल रखेगा,पुराने रोगों मे सुधार भी होगा।
वास्तु और दिशा-इस राशि के लिये उत्तर और पूर्वोत्तर दिशा अत्यंत शुभ होती हैचौथा गुरु इस समय आपके लिये इस दिशा ले अनुकुल होने के संकेत दे रहा है पइस वर्ष आपके सभी ग्रह अत्यंत अनुकुल स्थिति मे है,सभी दिशाओं मे जाकर कार्य कर सकते हैआपके लिये समय विशेष लाभदायक है,दक्षिण पश्चिम दिशा मे भी आप सफल होकर लौटेंगे।
पूजा पाठ,इष्ट आराधना-भगवान शिव भोलेनाथ तथा  भगवान दत्तात्रेय साइँ बाबा सभी गुरुओं की पूजा आपको विशेष लाभ देंगी,इसके अलावा आप भैरवजी की भी विशेष पूजा करें।
 
            
                                          सिंह 
इस बार यह राशि के शनि के अडैया प्रभाव मे है,कर्मक्षेत्र मे दिक्कतों का सामना हो सकता है,कानूनी,चिकित्सा सम्बंधी परेशानियों से दो-चार होना पड़ेगा,कोर्ट कचहरी के मामलो मे जीत मिलेगी, केतु महाराज पंचम भाव मे उदर विकार,बुद्धि भ्रम शिक्षा सम्बंधी कार्यों मे रुकावट दे सकता है,मित्रों से व्यवहार बना कर रखे,संतान की ओर विशेष ध्यान दें,राहु महाराज  इस समय लाभ मे है,राहु व्यय स्थान से खर्च मे वृद्धि करेगा,छठे  भाव का केतु रोग ऋण शत्रु को नष्ट करेगा,आपके गुप्त शत्रु नष्ट होंगे,यह केतु इस वर्ष आपकी सफलता का परचम लहरायेगा,कष्टों मे कमी होगी,गुरु ग्रह तीसरे भाव मे शुभ स्थिति मे है,पद,वाहन,सामाजिक ख्याति का  लाभ,व्यक्तित्व,तथा भाग्य को उत्तम सहयोग प्रदान करेगा,आमदनी के स्त्रौत्र मे वृद्धि होगी,विवाह आदि मांगलिक कार्यों का योग आमदनी के साधन मे वृद्धि होगी ,शनि ग्रह का पंचम स्थान मे आना शिक्षा,संतान सम्बंधी कुछ कष्ट का संकेत देता है,जो वरिष्ठ गुरुजनों के सहयोग कम होगा,आर्थिक क्षेत्र मे कुछ संघर्ष का योग बनेगा,आर्थिक क्षेत्र मे संयम पूर्वक कार्य करें,वरिष्ठ लोगों की कृपा व मार्गदर्शन आर्थिक क्षेत्र मे विशेष मदद करेगी।
महिलाओं के लिये-यह वर्ष इस राशि की महिलाओ के लिये  मिला जुला फल देने वाला है,मांगलिक कार्यों के प्रबल योग, आप अविवाहित है तो विवाह के योग बनेंगे,यदि आप किसी प्रेम सम्बन्ध मे है तो प्रेम विवाह के प्रबल योग बन रहे है,नौकरी रोजगार मे सफलता प्राप्त होगी,
बाहरी क्षेत्रों मे प्रवास का योग,इस वर्ष आपके गुप्त शत्रु ख़त्म होंगे,आपको अपने छिपे हुए शत्रु की चालों का पता समय से पूर्व ही मालूम हो जायेगा,जिसका आप बेहतरीन जवाब दे पायेंगे।
व्यापारी वर्ग-इस राशि के व्यापारियों के लिये समय शुभ व अनुकुल है,नवीन कार्यों का विस्तार होगा,साझीदारी से जुड़े कार्यों मे सफलता के योग,साझीदारी से जुड़े हुए कार्य मे आ रही परेशानी दूर होगी,नवीन सम्बंधों की वृद्धि का योग, आर्थिक ऋण से जुड़ी समस्या हल होगी,आर्थिक लेनदेन सामजिक स्थिति मे सुधार होगा,धन प्राप्ति,वित्तीय प्रबंधन मे थोड़ी दिक्कतों का योग,आपके कार्यों मे मित्रों का आपको विशेष सहयोग मिलेगा,नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है,आर्थिक क्षेत्र मे अपने करीबी लोगो से मदद मिलेगी,कामकाज मे वृद्धि के योग,वरिष्ठ लोगो की कृपा प्राप्त होगी,नई योजनाओं का विस्तार होने का योग है,समय शुभ है,इसका लाभ उठाए।
कर्मचारी वर्ग-इस वर्ग के लिये यह वर्ष अत्यंत अनुकुल है,विवादों का खात्मा होगा,भाग्य से पदोन्नति के योग,शत्रु पक्ष के षडयंत्र,रोग आदि से राहत मिलेगी स्वयं के कार्यक्षेत्र मे उन्नति और प्रतिष्ठा वृद्धि के योग,किसी पुराने प्रकरण मे निर्णय आपके पक्ष मे हो सकता है,कोई पुरानी जाँच या शिकायत का निपटारा आपके पक्ष मे होगा,महत्वपूर्ण कार्यों मे सफलता प्राप्त होगी,साझीदारी से जुड़े कार्यों मे विशेष असफलता प्राप्त का योग,यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।
विद्यार्थी वर्ग-इस वर्ष आपको शिक्षा के क्षेत्र मे सामान्य कष्ट के योग है,शनि का पंचम भाव से भ्रमण  शिक्षा के क्षेत्र मे सामान्य परेशानी के योग देता है,आलस्य ,विलासिता,प्रेम सम्बन्ध दोस्ती यारी आपके लिये संकटपूर्ण स्थिति खड़ी करेगा इन सबसे बचें यदि इस वर्ष आप बेहतरीन परिणाम चाहते है तो अन्यथा परिणाम प्रतिकूल हो सकते है,पढ़ाई मे मन एकाग्र करें,सोशल मीडिया से दूरी बनायें अन्यथा व्यर्थ की परेशानी गले पड़ेगी।
स्वास्थय- इस वर्ष स्वास्थय की दृष्टि से आपको अनुकुल परिणाम प्राप्त होंगे,यदि आप शांत व एकाग्रचित्त रहेंगे किसी एक चिकित्सक पर भरोसा करेंगे तो आपकी बीमारी का निश्चित समाधान आपको मिलेगा,छठे  भाव का केतु जोडो मे दर्द गुप्त रोग तथा अज्ञात बीमारियों से आपको मुक्त कर सकता है, छठा केतु सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने मे समर्थ है इसीलिये चिंता की कोई बात नही किसी भी प्रकार की स्वास्थय सम्बंधी परेशानी मे शांति बनाये रखने तथा आहार विहार मे सुधार रखने से ही लाभ होगा,यह वर्ष आपके स्वास्थय को अत्यंत अनुकुल रखेगा,पुराने रोगों मे सुधार भी होगा।
वास्तु और दिशा-इस राशि के लिये उत्तर और पूर्वोत्तर दिशा अत्यंत शुभ होती है तीसरा गुरु इस समय आपके लिये उत्तर  दिशा से अनुकुल परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है पइस वर्ष आपके सभी ग्रह अत्यंत अनुकुल स्थिति मे है,सभी दिशाओं मे जाकर कार्य कर सकते हैआपके लिये समय विशेष लाभदायक है,दक्षिण पश्चिम दिशा मे भी आप सफल होकर लौटेंगे।
पूजा पाठ,इष्ट आराधना-आपके इष्ट देवता भगवान विष्णु तथा हनुमानजी है इनकी सेवा से आपके सभी मनोरथ सिद्ध होंगे,शनि सम्बंधित कष्टों से राहत के लिये आपको पीपल को दीपक भी लगाना चाहिये, भगवान दत्तात्रेय तथा गुरुओं की पूजा आपको विशेष लाभ देंगी,शनिवार को हनुमानजी की सेवा तथा सुंदरकांड का पाठ सभी संकटों से पार करायेगा।
 
     
                                   कन्या 
इस बार यह राशि के शनि,के अडैया के प्रभाव आ चुकी है,राहु केतु इस समय लाभ और पंचम  भाव आ चुके है,राहु लाभ स्थान आमदनी मे वृद्धि करेगा,आकस्मिक धन लाभ भी हो सकता है,पंचम भाव का केतु संतान,बुद्धि भ्रम जैसी तकलीफ दे सकता है आपको खानपान मे ध्यान देना होगा,अन्यथा उदर विकार भी सम्भव है ,दूसरे(धन)स्थान मे गुरु की स्थिति कुटुम्ब मे मांगलिक कार्य तथा आर्थिक स्थिति मे वृद्धि के संकेत दे रहा है,कुल मिलाकर 2018आपके लिये मिश्रित सफलता लेकर आयेगा,परिवार मे मांगलिक कार्य हो सकते है अविवाहितो के लिये विवाह सबंधि योग बन सकते है,घर मे कोई नया मेहमान भी आ सकता है,कोर्ट कचहरी के मामलो मे आपको सफलता मिलने के योग है।
महिलाओं के लिये-यह वर्ष इस राशि की महिलाओ के लिये  अच्छी सफलता देने वाला है मांगलिक कार्यों के प्रबल योग, आप अविवाहित है तो विवाह के योग बनेंगे,यदि आप किसी प्रेम सम्बन्ध मे है तो प्रेम विवाह मे सफलता मिलेगी,घर मे नये मेहमान के आगमन का योग, नौकरी रोजगार मे सफलता प्राप्त होगी,किसी विवादित प्रकरण मे सफलता के योग,इस वर्ष आपके गुप्त शत्रु ख़त्म होंगे,आर्थिक क्षेत्र मे आपके लिये अच्छी ख़बर है इस वर्ष आपकी आय के स्त्रोतो मे वृद्धि होगी।
व्यापारी वर्ग-इस राशि के व्यापारियों के लिये समय अपेक्षित रूप से अच्छी सफलता देने वाला रहेगा,प्रतिद्वंदिता मे सफलता प्राप्त होगी,शत्रु परास्त होंगे,वित्तीय स्थिति मे सुधार होगा,आमदनी के स्त्रोत अनुकुल परिणाम देंगे ,नवीन कार्यों का विस्तार होगा,साझीदारी से जुड़े कार्यों मे सफलता के योग, आर्थिक ऋण से जुड़ी समस्या हल होगी,आर्थिक लेनदेन सामजिक स्थिति मे सुधार होगा,धन प्राप्ति,वित्तीय प्रबंधन मे सफलता का योग,आपके कार्यों मे गुरुजनों का विशेष सहयोग मिलेगा,नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है,आर्थिक क्षेत्र मे अपने करीबी लोगो से मदद मिलेगी,कामकाज मे वृद्धि के योग,नई योजनाओं का विस्तार होने का योग है,समय शुभ है,इसका लाभ उठाए।
कर्मचारी वर्ग-इस वर्ग के लिये यह वर्ष थोड़ा प्रतिकुल है,विवादों से सामना होगा,कोर्ट कचहरी के कार्यों मे विवादों के पश्चात सफलता का योग,भाग्य से पदोन्नति के योग,शत्रु पक्ष के षडयंत्र,रोग आदि से राहत मिलेगी स्वयं के कार्यक्षेत्र मे उन्नति और प्रतिष्ठा वृद्धि के योग,किसी पुराने प्रकरण मे निर्णय आपके पक्ष मे हो सकता है,कोई पुरानी जाँच या शिकायत का निपटारा आपके पक्ष मे होगा,आर्थिक कार्यों मे आपको विशेष सफलता प्राप्त होगी।
विद्यार्थी वर्ग-प्रतियोगि परीक्षार्थी,विधार्थियों के लिये यह वर्ष थोड़ा संकटपूर्ण रहेगा,गलत सलाह से हानि हो सकती है,गलत लोगो की संगतों से दूर रहें,बिना सोचे समझे किया गया कार्य कष्टकारी हो सकता है,पंचमेष शनि की चतुर्थ भाव मे स्थिति  शिक्षा सम्बंधी तनाव का संकेत दे रहा है,अपने वरिष्ठ जनों की सलाह पर अमल करें,आलस्य ,विलासिता,प्रेम सम्बन्ध दोस्ती यारी आपके लिये संकटपूर्ण स्थिति खड़ी करेगा इन सबसे बचें यदि इस वर्ष आप बेहतरीन परिणाम चाहते है तो अन्यथा परिणाम प्रतिकूल हो एकाग्रचित्त रहें,सोशल मीडिया से दूरी बनायें अन्यथा व्यर्थ की परेशानी गले पड़ेगी।
स्वास्थय- इस वर्ष स्वास्थय की दृष्टि से आपके लिये कष्टपूर्ण स्थिति हो सकती है  परिणाम प्राप्त होंगे,जोडो मे दर्द,हार्नीया सम्बंधी कष्ट,उदर विकार,सिरदर्द आदि की समस्या हो सकती है  आपकी बीमारी का निश्चित समाधान आपको मिलेगा,छठे  भाव का केतु जोडो मे दर्द गुप्त रोग तथा अज्ञात बीमारियों से आपको मुक्त कर सकता है,शनि की छठे भाव मे दृष्टि है इसीलिये चिंता की कोई बात नही किसी भी प्रकार की स्वास्थय सम्बंधी परेशानी मे शांति बनाये रखने तथा आहार विहार मे सुधार रखने से ही लाभ होगा,यह वर्ष आपके स्वास्थय को अत्यंत अनुकुल रखेगा,पुराने रोगों मे सुधार भी होगा।
वास्तु और दिशा-इस राशि के लिये उत्तर और पूर्वोत्तर दिशा अत्यंत शुभ होती है दूसरा गुरु इस समय आपके लिये उत्तर  दिशा से आर्थिक क्षेत्र मे अच्छे परिणाम मिलने के संकेत दे रहा है,दक्षिण पश्चिम दिशा मे  जाकर किया गय़ा कार्य हानिकारक हो  सकता है  आपके लिये समय मिश्रित  फलदायक है।
पूजा पाठ,इष्ट आराधना-आपकी इष्ट देवी महालक्ष्मी तथा दुर्गादेवी है  इनकी सेवा से आपके सभी मनोरथ सिद्ध होंगे।
  
                                     तुला
इस बार यह राशि के शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्त हो चुकी है,इसका प्रभाव निश्चित रूप से इस राशि वालो के जीवन मे दृष्टिगोचर होगा,तुला राशि वाले अधिकतर सामाजिक होते है,जब इनकी कुंडली मे शनि ग्रह बिगड़ता है तो इन्हे समाज,जनता,वाहन सम्पत्ति से तकलीफ आती है,शनि के सुधरने पर इन्ही चीजो से इन्हे भरपूर लाभ होता है,इस राशि वालों के लिये 2018 शुभ परिणाम देने वाला है,राहु केतु इस समय चतुर्थ और लाभ भाव मे आ चुके है,राहु राज्य स्थान  मे नौकरी रोजगार राजनीति मे वृद्धि करेगा आकस्मिक पद लाभ भी हो सकता है,चतुर्थ भाव का केतु वाहन,भवन सम्बंधी कार्यो मे कष्ट  दे सकता है आपको खानपान मे ध्यान देना होगा,आपका स्थान परिवर्तन भी हो सकता है,आपको मातृकष्ट का भी योग बनसकता है ,तुला राशि के लिये गुरु की स्थिति अशुभ रहती है लग्न मे गुरु की स्थिति किसी रोग या शत्रु संकट का संकेत दे रहा है,वरिष्ठ अधिकारियों से सतर्क रहें,उदर विकार से बचने के लिये खानपान का ध्यान रखे,भाई बंधुओं से कष्ट का योग,ज्यादा दया,परोपकार से दूर रहेंगे तो संकटों से बच पायेंगे। सफलता लेकर आयेगा,परिवार मे मांगलिक कार्य हो सकते है अविवाहितो के लिये व

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