दिलेर समाचार, महाभारत के युद्ध के बारे शायद ही कोई हो जो नहीं जानता होगा। महाभारत का युद्ध इतिहास से लेकर अब तक का सबसे भयानक और सबसे खतरनाक युद्ध रहा हैं। भगवान ना करें ऐसा युद्ध भविष्य में कभी हो। लेकिन जो यह युद्ध हुआ हैं उनका मूल कारण कौरव और उनके मामा शकुनि थें। क्या आप जानते हैं उन कौरवों की एक बहन भी थी।
महाभारत की वो बातें, जो वर्तमान में नहीं कभी भी ना आजमायें।अगर शकुनि ना होता तो क्या महाभारत युद्ध होता? महाभारत के बारे में हम सभी काफी कुछ जानते हैं। महाभारत द्वापरयुग की उन सच्चाई को बयां करने वाला एक महान ग्रंथ है, जो आज भी मौजूद है। लेकिन महाभारत में ऐसी कई गलतियां कौरवों ने की थी। जिन्हें वर्तमान में दोहराने की गलतियां बिल्कुल भी ना करें। ऐसा करने पर आपके घर, परिवार, व्यवसाय और यहां तक की आपकी छवि भी धूमिल हो सकती है।
ये तो हम सभी जानते हैं कि कौरव और पांडव सभी भाई थे। लेकिन दोनों के बीच मतभेद इतने अधिक पैदा होते गए कि एक दिन वह एक दूसरे के दुश्मन बन गए। पांडव जीत गए क्योंकि वह कौरवों के प्रति अपनेपन का भाव रखते थे। कोशिश करें कि परिवार में इस तरह के मतभेद उत्पन्न भी हो तो सबको साथ लेकर उस प्राॅब्लम का उत्तर खोजें नाकि एक दूसरे के ऊपर गलतियां थोपें।
यदि ऐसी विपरीत परिस्थितियां बन भी रही हो, तो उसे समझदारी से हल करने की कोशिश करें। उनके बड़े भाई का नाम दुर्योधन था। दुःशासन कौरवों की ही भाई था। दुःशासन वही था, जिसने भरी सभा में द्रौेपदी का चीरहरण किया था। यह एक ऐसी गलती थी। जिसके कारण महाभारत युद्ध की आधारशिला रखी गई। कौरवों के मामा शकुनि थे। शकुनि अपनी बहन के बेटे यानी दुर्योधन को हस्तिनापुर के सम्राट के रूप में देखना चाहते थे।ये सब गलतियों की वजह दुर्योधन के मामा शकुनि थे। उन्होनंे ही दुर्योधन के बचपन से उसके मन में नफरत के बीज बोये। ये ही उसका मूल कारण था।
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