दिलेर समाचार, हिंदू धर्म में मनुस्मृति ग्रंथ का विशेष महत्व है। इस ग्रंथ की रचना महाराज मनु ने महर्षि भृंग के साथ मिलकर की थी। इस ग्रंथ में हमारें जीवन से आधारित कई समस्याओं के बारें में बताया गया है। इसमें व्यक्ति के जीवन की खुशी और संस्कारवान बनानें के लिए कई सूत्र बताए गए है।
मनुस्मृति में बताया गया है कि लाइफ मैनेजमेंट के बारें में अधिक बताया गया है इसके अनुसार अगर हमारे रास्ते में कई तरह के लोग मिलते है। कुछ पहचान के कुछ अंजान चेहरें। जिन्हें देखकर या तो हम बगल से निकल जाते या फिर उनसे मिलते है।
मनुस्मृति में ऐसे लोगों के बारें में बताया गया कि अगर ये लोग आपके रास्ते में सामने से पड़े तो इनके सामने से तुरंत हट जाना चाहिए। इससे आपको समाज में सम्मान मिलेगा। जानिए किन लोगों के रास्ते में आने से आपको सामने से हट जाना चाहिए।
चक्रिणो दशमीस्थस्य रोगिणो भारिणः स्त्रियाः।
स्नातकस्य च राज्ञश्च पन्था देयो वरस्य च।।
इस श्लोक के अनुसार बताया गया है कि अगर आपके रास्ते में सामने से रथ पर सवार व्यक्ति, वृद्ध व्यक्ति, रोगी, बोझ उठाए हुए व्यक्ति, स्त्री, विद्वान, राजा या फिर वर (दूल्हा) आ जाए तो तूरंत हट जाना चाहिए।
रथ पर सवार व्यक्ति
मनुस्मृति के अनुसार आगर आप किसी रास्ते में जा रहे है और आपके रास्ते में सामने से कोई रथ में सवार होकर कोई व्यक्ति आ जाए तो तूरंत सामने से हट जाना चाहिए और उसे रास्ता दे देना चाहिए।
आज के दौर में रथ का स्थान चार पहिया वाहन ने ले लिया है। लाइफ मैनेजमेंट की दृष्टि से देखा जाए तो रथ पर सवार व्यक्ति किसी ऊंचे राजकीय पद पर हो सकता है या वह किसी बड़े अफसर के निकट का हो सकता है। अगर आपने इस व्यक्ति को रास्ता न दिया तो वह आपका नुकसान भी कर सकता है। इसलिए इसे रास्ता तुरंत दे देना चाहिए।
वृद्ध व्यक्ति
मनुस्मृति के अनुसार अगर आपके रास्ते में कोई वृद्ध स्त्री या पुरुष आ रहे हो तो उनके सामने से तुरंत हट कर रास्ता देना चाहिए। क्योंकि वृद्ध का हमेशा हम लोग सम्मान करते है। अगर उन्हें रास्ता नही दिया तो इसमें उनका अपमान होगा। इसलिए ऐसे लोगों के मार्ग से तुरंत हट जाना चाहिए। जिससे आपका समाज में और सम्मान बढ़ जाएगा। साथ ही हमारे परिवार को भी सम्मान की दृष्टि से देखा जाएगा।
रोगी
रोगी जो पहले से ही कई कष्टों से घिरा होता है। रोगी व्यक्ति हमेशा दया और स्नेह का पात्र होता है। अगर यह आपके रास्ते में आ जाए तो इन्हें रास्ता पहले दे देना चाहिए। अगर हम ऐसा नही करेगे तो हो सकता है कि उसको समय से इलाज न मिल पाए और उससे उसकी मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए ऐसे लोगों को तुरंत रास्ता दें। आपका रास्ता देना किसी की जान बचा सकता है। इससे आपको भी पुण्य मिलेगा।अगर आप रास्ते में कही जा रहे है तो और आपके रास्ते में सामने से कोई बोझ उठाएं हुए व्यक्ति आ जाए तो तुरंत उसे रास्ता दे देना चाहिए। क्योंकि उसके हाथ या सिर में बोझ है तो वह ज्यादा भारी और कष्ट में होगा। हम खाली खडें हो तो हट जाए। ऐसी स्थिति में हमें मानवीयता का भाव मन में रखते हुए उसे ही पहले जाने देना चाहिए। यही शिष्टता है। ऐसा करने से हमारा समाज में सम्मान और अधिक बढ़ जाएगा
हिंदू धर्म में स्त्री को बहुत ही सम्माननीय माना गया है। हम उनका किसी भी तरीके से अनादर नहीं कर सकते है। मनुस्मृति के अनुसार अगर आपके रास्तें में कोई स्त्री सामने से आ जाए तो उसे पहले जाने दें। अगर आपने स्त्री को जाने न दिया तो यह उसका अनादर है जिसके कारण माता लक्ष्मी आपसे अप्रसन्न हो सकती है। जिसके कारण वह आपके घर से जा सकती है। अगर आपने स्त्री को जाने दिया तो आपका मान समाज में अधिक बढ़ जाएगा।
पहले जमानें में विद्यान को ही स्नातक कहा जाता था, क्योंकि वही व्यक्ति है जिसे शास्त्रों, पुराणों का पूरा ज्ञान होता है। मनुस्मृति के अनुसार मान गया है कि अगर आपके रास्ते में कोई विद्वान आ जाए तो सामने से तुरंत हट जाना चाहिए। क्योकि वही व्यक्ति समाज में ज्ञान का दीपक जलाता है। जिससे हम सभी अपने जीवन में ऊंचाईयों को छूते है। साथ ही ऐसा करने से आप उसका आशीर्वाद और सम्मान प्राप्त करेगे।
राजा जो अपनी प्रजा का पालन-पोषण करने के साथ-साथ हर मुसीबत में साथ खड़ा रहता है। अगर आपके रास्ते में सामने से वह आए तो तुरंत सामने से हट जाना चाहिए। इससे उसका सम्मान भी हो जाएगा। अगर आप सामने से नही हटे तो आपको वह दंड भी दे सकता है। इसलिए उसके सामने से तुरंत हट जाना चाहिए।
दूल्हा
मनुस्मृति के अनुसार दूल्हे को भगवान शिव का रूप माना गया है। अगर आपके रास्ते में सामने से वह व्यक्ति आ जाए तो तुरंत हट जाना चाहिए। इससे आपको शिष्याचार वाला व्यक्ति माना जाएगा। साथ ही उसको जरुर आपको सम्मान देना चाहिए।
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar