दिलेर समाचार, गर्भावस्था किसी भी महिला के जीवन में एक खास पड़ाव होता है, और हर महिला उस दौरान यही चाहती है कि वह नार्मल डिलीवरी से स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके। लेकिन आजकल ज्यादातर केसो में देखा जाता है कि डाक्टर आप्रेशन का सहारा लेते है। लगभग भारत में 60 प्रतिशत बच्चों को जन्म सीजेरियन आप्रेशन से ही होता है।
यह प्रक्रिया डाक्टरों को बहुत आसान लगती है, परन्तु इस आप्रेशन को करवाने वाली महिला को बहुत पीड़ा होती है। सिर्फ इतना ही नहीं कई महिलाओं को आप्रेशन के बाद अलग-अलग तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर शारीरिक कमजोरी का नार्मल डिलीवरी नही होने के कारण सामना करना पड़ता है।
आइये जानते है नार्मल डिलीवरी के टिप्स
डाइट का खास ध्यान रखें
डिलीवरी के आखरी तीन महीनों में समय के दौरान डाक्टर डाइट पर विशेष ध्यान रखने की सलाह देते है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि डिलीवरी के समय दो एम एल खून बाहर निकल जाता है। ऐसे में यही जरुरी होता है कि गर्भवती महिला में खून ज्यादा रहे। सामान्य रूप से डिलीवरी के दौरान महिलाओं को काफी पीड़ा सहनी पड़ती है और ज्यादा खून बहने से शरीर में कमजोरी आ जाती है। इस लिए बहुत आवश्यक है कि आप आखरी तीन महिनो में आयरन और कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें।
तनाव से मुक्ति
अक्सर महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान तनाव डिलीवरी में परेशानियां उत्पन्न करती है। इस दौरान डॉक्टरों का मानना है कि यदि आप गर्भावस्था के अतिम महिनों में तनाव में रहती है तो इससे नार्मल डिलीवरी की संभावना कम हो जाती है। इससे पैदा होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
पानी की मात्रा
यह बात हम सभी जानते है कि नार्मल डिलीवरी के लिए सबसे आवश्यक है कि आपके शरीर में प्रचुर मात्रा होनी चाहिये। इससे गर्भवती महिला के गर्भाशय में शिशु एमियोटिक फ्लयूड में रहता है। इसलिए गर्भवस्था के दौरान सबसे आवश्यक रहता है कि इस दौरान दिन में कम कम दो लीटर पानी पीये।
नियमित वॉक करें
अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं अपनी गर्भावस्था के दौरान आलसी हो जाती है। वह ज्यादातर समय सोने या बैठने में बिताती है। बता दें कि गर्भवस्था में ये आदत आपको परेशानी में डाल सकती है। उन्हें नियमित गार्डन में जाकर वॉक करनी चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान योगा करना
सामान्य रूप से योग करना हर किसी इंसान के लिए जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को इसकी बहुत ज्यादा जरूरत होती है। यदि आप एक नार्मल डिलीवरी चाहती है तो आपको अपनी प्रेग्नेंसी के अतिम माह में योग और व्यायाम करने चाहिए। इसके लिए आप योगा टीचर की सहायता ले सकती है।
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