दिलेर समाचार, सेंचुरियन: कप्तान विराट कोहली की साहस भरी 153 रनों की पारी के बावजूद भारतीय टीम आज यहां दूसरे टेस्ट मैच में तीसरे दिन 307 रन बनाकर आउट हो गई. टीम इंडिया ने सोमवार को दूसरे दिन के स्कोर 5 विकेट पर 183 रन से आगे खेलना प्रारंभ किया और उसकी पारी आज लंच के बाद 92.1 ओवर में 307 रन पर सिमट गई. आखिरी विकेट के रूप में विराट कोहली आउट हुए. पहली पारी के आधार पर दक्षिण अफ्रीकी टीम को 28 रन की अहम बढ़त मिली है. विराट के अलावा भारतीय टीम के लिए ओपनर मुरली विजय ने 46 और रविचंद्रन अश्विन ने 38 रनों का योगदान दिया. दक्षिण अफ्रीका के लिए मोर्ने मोर्केल ने सर्वाधिक चार विकेट लिए. चाय के बाद बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा है. खेल रोके जाते समय दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी का स्कोर 23.5 ओवर में दो विकेट पर 68 रन है. एडम मार्कराम (1) और हाशिम अमला (1) आउट होने वाले बल्लेबाज हैं. डीन एल्गर 29 रन और एबी डिविलियर्स 35 रन बनाकर क्रीज पर हैं.
आखिरी सेशन में भारत के लिए गेंदबाजी की शुरुआत शमी ने की, उनका ओवर मेडन रहा. अगले ओवर में एल्गर ने अश्विन को छक्का लगाया. चाय के बाद 4.5 ओवर का खेल ही हो पाया कि बारिश बाधा बन गई और खेल रोकना पड़ा.
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही और पारी के दूसरे ही ओवर में उसे एडेन मार्कराम (1 रन, सात गेंद) का विकेट गंवाना पड़ा. पहली पारी में 94 रन बनाने वाले मार्कराम को जसप्रीत बुमराह ने एलबीडब्ल्यू किया. उनकी गेंदबाजी के आगे दक्षिण अफ्रीकी असहज नजर आ रहे थे. दूसरे छोर से अश्विन ने भी बल्लेबाजों पर दबाव बना रखा था. जल्द ही हाशिम अमला (1) के रूप में दक्षिण अफ्रीका को एक और झटका लग गया, उन्हें भी बुमराह ने एलबीडब्ल्यू किया.अमला के स्थान पर एबी डिविलियर्स बल्लेबाजी के लिए आए. इन दोनों ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका का स्कोर चाय के समय 50 रन के पार पहुुंचा दिया. इस समय तक दक्षिण अफ्रीका की बढ़त 88 रन तक पहुंच चुकी थी.
तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका के लिए पहला ओवर वेर्नोन फिलेंडर ने फेंका जिसमें बाय के चार सहित 5 रन बने. दूसरा ओवर लुंगी एंगिडी ने फैंका जिसमें एक रन बना. दिन के चौथे ओवर में विराट, लुंगी एंगिडी के ओवर में तीन चौके लगाते हुए विराट शतक के बेहद करीब पहुंच गए.विराट ने जल्द ही एंडिगी की गेंद पर दो रन लेकर अपना 21वां टेस्ट शतक पूरा किया. उनका शतक 146 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से पूरा हुआ. टीम इंडिया अभी विराट के शतक की खुशी ठीक से मना भी नहीं पाई थी कि हार्दिक पंड्या (15) दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए. फिलेंडर के थ्रो पर हार्दिक पंड्या का बल्ला क्रीज पर पहुंचने के बाद भी हवा में था. इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए आर.अश्विन ने विराट कोहली के साथ टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया.अश्विन ने तेजी से भारतीय स्कोर को आगे बढ़ाया. हालांकि इस दौरान स्पिनर केशव महाराज की गेंदबाजी पर उनके खिलाफ नजदीकी अपील भी हुईं. लंच के पहले भारतीय टीम को सातवां झटका आर. अश्विन (38 रन 54 गेंद, सात चौके) के रूप में लगा जिन्हें फिलेंडर ने दूसरे स्लिप में कप्तान डु प्लेसिस से कैच कराया.जल्द ही मोहम्मद शमी (1) भी मोर्ने मोर्केल की गेंद पर अमला को कैच देकर पेवेलियन लौट गए.तीसरे दिन लंच के समय टीम इंडिया की पहली पारी का स्कोर आठ विकेट पर 287 रन था और कोहली 141 रन पर नाबाद थे.
लंच के बाद दक्षिण अफ्रीका के लिए पहला ओवर फिलेंडर ने फेंका जिसमें तीन रन बने. भारत की पूरी पारी विराट कोहली के इर्दगिर्द केंद्रित थी, पारी के 89वें ओवर में मोर्ने मोर्केल को चौका जड़ते हुए उन्होंने अपने 150 रन पूरे किए. इस दौरान उन्होंने 207 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौके जड़े. भारत के 300 रन 87 ओवर में पूरे हुए. दूसरे सेशन में टीम इंडिया का पहला विकेट ईशांत शर्मा (3 रन, 20 गेंद) के रूप में गिरा जिन्हें तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्केल ने एडेन मार्कराम के हाथों कैच कराया.भारतीय टीम का आखिरी विकेट विराट कोहली (153 रन, 217 गेंद, 15 चौके) के रूप में गिरा. उन्हें मोर्केल ने डिविलियर्स के हाथों कैच कराया. दक्षिण अफ्रीका के लिए मोर्केल सबसे सफल बॉलर रहे. उन्होंने 60 रन देकर चार विकेट लिए. बुमराह बिना कोई रन बनाए नाबाद रहे.इससे पहले, मैच के दूसरे दिन भारतीय टीम ने केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय, रोहित शर्मा और विकेटकीपर पार्थिव पटेल के विकेट गंवाए थे. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 335 रन पर समाप्त हुई थी. रविचंद्रन अश्विन ने चार और ईशांत शर्मा ने तीन विकेट लिए थे.
भारतीय टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन में तीन बदलाव किए. चोटिल ऋद्धिमान साहा की जगह पार्थिव पटेल, भुवनेश्वर कुमार की जगह ईशांत शर्मा और शिखर धवन की जगह केएल राहुल को टीम में स्थान दिया गया. वैसे, दक्षिण अफ्रीका अगर सीरीज में क्लीन स्वीप करने में सफल होता है तो भी भारत की नंबर वन टेस्ट रैंकिंग पर असर नहीं पड़ेगा लेकिन भारतीय टीम को अपने देश में काफी आलोचना का सामना करना पड़ेगा.दक्षिण अफ्रीका में भारत का रिकॉर्ड काफी खराब है जहां उसने छह में से पांच सीरीज गंवाई हैं जबकि एक ड्रॉ रही. भारत ने 1992 से दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर खेले 17 टेस्ट में से सिर्फ दो में जीत दर्ज की है. टीम ने एक जीत 2006-07 में राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में जबकि एक 2010-11 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दर्ज की. भारत ने हालांकि पिछले दो दौरों पर दक्षिण अफ्रीका में बेहतर प्रदर्शन किया है. टीम ने 2010-11 में सीरीज ड्रॉ कराई जबकि 2013-14 में उसे कड़ी टक्कर देने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा.
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