दिलेर समाचार, केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका दौरे में टीम इंडिया के प्रदर्शन के लिहाज से ओपनर मुरली विजय की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी. विजय के अनुसार, कठिन दौरों की तैयारी के लिये लचीलापन सबसे अहम होता है. विजय ने दक्षिण अफ्रीका दौरे की तैयारी ‘खुले दिमाग ’से की है. उन्होंने प्रैक्टिस सेशन के बाद कहा,‘मैंने पिछली बार की तुलना में इस बार खुले दिमाग से तैयारी की है. आपका कोई स्थायी खाका नहीं हो सकता. आप टेस्ट में यह सोचकर नहीं जा सकते कि इतनी गेंद छोड़ देंगे. आपको रन बनाने की सोच लेकर जाना होता है.’ उन्होंने कहा,‘यदि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की तो आपको और मजबूती से खेलना होगा. मैं हर चुनौती का सामना करने को तैयार हूं. मैं अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना चाहता हूं.’
दक्षिण अफ्रीका की उछाल भरी पिचों को लेकर काफी चर्चा हो रही है जबकि विजय का मानना है कि सलामी बल्लेबाज के लिये स्विंग की बजाय उछाल का सामना करना आसान होता है. न्यूलैंड्स की हरीभरी पिच के बारे में उन्होंने कहा,‘यह काफी हरी है. मुझे नहीं पता कि पहले दिन यह कैसी रहेगी. एक सलामी बल्लेबाज के लिए उछाल की बजाय स्विंग का सामना करना मुश्किल है. मुझे लगता है कि मैं उछाल का सामना बखूबी कर सकता हूं. गेंद स्विंग करती है तो किसी भी बल्लेबाज को दिक्कत आती है.’ विजय ने यह भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका में कामयाबी के लिये एक्स फैक्टर जरूरी है .उन्होंने कहा,‘मैंने एक बार वहां टेस्ट क्रिकेट खेला था. मेरा मानना है कि सलामी बल्लेबाजों के लिये यहां काफी चुनौतीपूर्ण हालात है. सीम मूवमेंट और उछाल सलामी बल्लेबाजों को रोमांचित करता है. यह मुश्किल है लेकिन आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है. यदि आपके पास एक्स फैक्टर है तो आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.’
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