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भारत का तीसरा विकेट गिरा, पुजारा 1 रन बनाकर आउट

Posted at: Jan 26 , 2018 by Dilersamachar 9890

दिलेर समाचार, जोहान्सबर्ग टेस्ट के तीसरे दिन भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और केएल राहुल के बाद टीम इंडिया की नई दीवार पुजारा भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं रूके। पुजारा केवल एक रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें मॉर्ने मॉर्कल ने अपना शिकार बनाया। पुजारा से पहले केएल राहुल 16 रन बनाकर फिलेंडर के शिकार बने।

फिलेंडर का ये दूसरा विकेट रहा। स्लिप में खड़े फाफ डू प्लेसिस ने राहुल का कैच पकड़ा।

इससे पहले दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 49 रन बनाए थे। पार्थिव पटेल ज्यादा वक्त तक क्रीज पर नहीं टिक सके और 16 रन बनाकर फिलेंडर का शिकार हुए। इससे पहले भारत के पहली पारी में 187 रन के जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 194 रनों पर सिमट गई और पहली पारी के आधार पर केवल सात रन की बढ़त ही ले सकी। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह सबसे सफल गेंदबाज रहे। बुमराह ने पांच विकेट झटके। वहीं भुवनेश्वर कुमार के खाते में तीन विकेट आए।

इससे पहले दूसरे दिन के खेल की शुरुआत में ही दक्षिण अफ्रीका को झटका लगा, जब डीन एल्गर दो रन बनाकर भुवनेश्वर कुमार का शिकार बने। उस वक्त टीम का स्कोर 16 रन था। हालांकि इसके बाद नाइट वॉचमैन और रबाडा के बीच तीसरे विकेट के लिए अच्छी साझेदारी हुई और दोनों ने 64 रन जोड़े। मगर टीम का स्कोर जब अस्सी रन पर पहुंचा तो रबाडा ईशांत शर्मा की गेंद पर रहाणे को कैच थमा बैठे। इसके बाद क्रीज पर आए 'डी' विलियर्स भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और भुवनेश्वर कुमार ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया।

वहीं पहले दिन का खेल खत्म होने से पहले दक्षिण अफ्रीका को पहला झटका लगा था, जब भुवी ने आउट स्विंगर पर मार्करैम अपना बल्ला नहीं हटा पाए और विकेटकीपर पार्थिव पटेल को कैच दे बैठे। इससे पहले विराट कोहली (54) और चेतेश्वर पुजारा (50) के अर्द्धशतकों के बावजूद भारत की पहली पारी मात्र 187 रनों पर सिमट गई थी।

भारत के केवल तीन बल्लेबाज (विराट, पुजारा और भुवनेश्वर) ही दोहरी रन संख्या में पहुंच सके। भारत ने तीसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। फिलेंडर ने राहुल को खाता भी नहीं खोलने दिया और वे उनकी गेंद पर विकेटकीपर डी कॉक को कैच थमाकर पैवेलियन लौटे। भारत का स्कोर अभी 13 तक ही पहुंचा था कि कगिसो रबाडा ने भारत को दूसरा झटका दिया। विजय 8 रन बनाकर उनकी गेंद पर विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक को कैच थमा बैठे। विराट कोहली भाग्यशाली साबित हुए, जब वे 11 रनों पर थे तब कगिसो रबाडा की गेंद पर वर्नोन फिलेंडर ने वाइड मिडऑफ पर उनका कैच छोड़ा। पुजारा को खाता खोलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा, उन्होंने 54वीं गेंद पर खाता खोला।

कोहली जब 32 रनों पर थे तब मोर्ने मॉर्केल की गेंद पर डीविलियर्स ने स्लिप में उनका कैच छोड़ा। कोहली ने 101 गेंदों में 9 चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की। वे 54 रन बनाने के बाद लुंगी की गेंद पर दूसरी स्लिप में डीविलियर्स को कैच थमा बैठे। रोहित शर्मा की जगह प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए अजिंक्य रहाणे असफल रहे और मात्र 9 रन बनाकर मोर्ने मॉर्केल की गेंद पर एलबीडब्यू हुए।

अब उम्मीदें पुजारा पर टिक गई थी, लेकिन वे 50 रन बनाने के बाद फेहकुलवायो की गेंद पर अनमने ढंग से शॉट खेलकर विकेटकीपर डी कॉक को कैच दे बैठे। पुजारा ने 8 चौकों की मदद से ‍ये रन बनाए। अभी भारत इस सदमे से उबरा भी नहीं था कि उसे दो झटके और लगे। मॉर्केल ने पार्थिव पटेल (2) को विकेटकीपर डी कॉक के हाथों झिलवाया तो फेहकुलवायो ने हार्दिक पांड्‍या को खाता भी नहीं खोलने दिया वे हवा में शॉट खेल बैठे और विकेटकीपर डी कॉक ने आसान कैच लपका। शमी 8 रन बनाने के बाद फिलेंडर के शिकार बने, वे मिडऑफ पर रबाडा को कैच दे बैठे। भुवनेश्वर ने अंतिम क्षणों में 30 रन बनाकर भारत के स्कोर को सम्मानजनक बनाने में अहम भूमिका निभाई। वे अंतिम विकेट के रूप में रबाडा के शिकार बने। रबाडा ने 39 रनों पर 3 विकेट लिए। मॉर्केल, फिलेंडर और फेहकुलवायो को 2-2 ‍विकेट लिए।

भारत ने टीम में किए दो बदलाव-

भारत ने प्लेइंग इलेवन में दो बदलाव कर रोहित शर्मा की जगह अजिंक्य रहाणे को और रविचंद्रन अश्विन की जगह भुवनेश्वर कुमार को शामिल किया। दक्षिण अफ्रीका ने भी टीम में स्पिनर केशव महाराज को बाहर कर एंडिले फेहकुलवायो को प्लेइंग इलेवन में जगह दी।

अब तक दक्षिण अफ्रीका में सफाया नहीं हुआ-

टीम इंडिया का अभी तक कभी भी दक्षिण अफ्रीका में सफाया नहीं हुआ है और इसलिए टीम इस शर्मनाक रिकॉर्ड से भी बचने के लिए पूरा जोर लगाएगी। भारतीय टीम का द. अफ्रीका में सबसे खराब प्रदर्शन 1996-97 में रहा जब सचिन तेंडुलकर की अगुआई वाली टीम को 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी। 2006 के बाद पिछले तीन दौरों में भारत कम से कम एक मैच जीतने या ड्रॉ कराने में सफल रहा है।

भारत इस मैदान में अभी तक 4 टेस्ट मैच खेल चुका है, जिनमें से एक में उसने जीत दर्ज की जबकि तीन टेस्ट मैच ड्रॉ रहे। भारत ने दिसंबर 2006 में द. अफ्रीका को 123 रनों से हराया था।

टीमें - भारत: मुरली विजय, केएल राहुल, विराट कोहली (कप्तान), चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हार्दिक पांड्‍या, पार्थिव पटेल, भुवनेश्वर कुमार, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह।

दक्षिण अफ्रीका : डीन एल्गर, ऐडन मार्करैम, हाशिम अमला, एबी डी‍विलियर्स, फॉफ डु प्लेसिस (कप्तान), क्विंटन डी कॉक, एंडिले फेहलुकवायो, वर्नोन फिलेंडर, कगिसो रबाडा, मोर्ने मॉर्केल, लुंगी नजीडी।

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