दिलेर समाचार, नई दिल्ली. भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया का दर्द उस वक्त छलक आया, जब उन्होंने जंतर-मंतर पर दूसरे लोगों को धरने पर बैठे हुए देखा. हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत करते हुए कहा कि दुनिया में और भी लोग दुखी हैं. इसके अलावा उन्होंने अपने विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा ‘हमें ये कभी भी नहीं लगा था कि हमारे इतने सारे मेडल जीतने के बावजूद हमारी आवाज नहीं सुनी जाएगी. हालांकि हकीकत कुछ और ही है.’
जंतर-मंतर पर लोग अपनी-अपनी मांगों को लेकर धूप-बारिश में बैठे हुए हैं. जिनमें मणिपुर के मैतई समुदाय के लोग भी हिंसा के विरोध में बैठे हुए हैं. वहीं कुछ लोग बेरोजगारी की समस्या को लेकर बैठे हुए हैं. हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि कभी-कभी आपको एहसास होता है कि इस दुनिया में केवल आपका ही दुःख नहीं है. ऐसे कई लोग हैं, जो ज्यादा और लंबे समय तक पीड़ित हैं.
बजरंग पुनिया ने अपने विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा, ‘हम जानते हैं कि हम किसके खिलाफ हैं. लेकिन हम डरते नहीं हैं.’ पुनिया ने ये भी बताया कि जब दिसंबर में उन्होंने विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के साथ विरोध प्रदर्शन का फैसला किया था तो आगे की सभी संभावनाओं के बारे में सोचा था. लेकिन जिस तरह से अब चीजें सामने आ रही हैं. वो उनके दायरे बाहर हैं.
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