दिलेर समाचार, नोएडा. यमुना एक्सप्रेस वे (Yamuna expressway) पर अभी जाम से निजात मिलती हुई नहीं दिख रही है. अभी कम से कम 2 महीने और जाम के झाम को झेलना होगा. यह जाम फास्टैग (Fastag) लेन के चलते लग रहा है. अभी तक यमुना एक्सप्रेस वे के सभी टोल प्लाजा (Toll Plaza) की दो-दो लेन में ही फास्टैग की सुविधा दी गई है. जिसके चलते वाहनों को लम्बा इंतजार करना पड़ता है. खासतौर से पीक टाइम में वाहनों (Vehicle) की लम्बी लाइन लग जाती है. टोल वसूलने वाली जेपी (JP) कंपनी के मुताबिक अभी सभी लेन में फास्टैग सुविधा शुरु करने में कम से कम 2 महीने का वक्त लगेगा, उसके बाद एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक (Traffic) सामान्य हो जाएगा.
एनएचए देशभर में फास्टैग सर्विस को अनिवार्य कर चुका है. लगभग सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग से टोल वसूला जा रहा है. लेकिन प्राइवेट कंपनी जेपी द्वारा अभी तक यमुना एक्सप्रेस वे पर फास्टैग सर्विस शुरु नहीं की गई थी, इसकी सबसे बड़ी वजह इसका प्राइवेट होना था. लेकिन अब यमुना एक्सप्रेस वे पर भी फास्टैग सर्विस शुरु हो चुकी है, लेकिन इसे अभी सिर्फ दो लेन में ही शुरु किया गया है.
फास्टैग में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का उपयोग किया गया है. फास्टैग के जरिये भुगतान डिजिटल तरीके से किया जाता है, जो उससे लिंक्ड बैंक वॉलेट के जरिये होता ह.। चूंकि सोशल डिस्टेंसिंग अब नया मानदंड बन गई है इसलिए यात्री फास्टैग को टोल भुगतान के विकल्प के रूप में तेजी से अपना रहे हैं. फास्टैग के इस्तेमाल से टोल ऑपरेटरों और ड्राइवरों के बीच संपर्क की संभावना लगभग न के बराबर होती है. फास्टैग को अपनाने से राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को टोल प्लाजा पर समय और ईंधन की बचत करने में भी मदद मिली है.
फास्टैग देशभर में 30 हज़ार से अधिक पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) पर आसानी से मिल रहा है. एनएचएआई टोल प्लाजा पर भी अनिवार्य रूप से फास्टैग की बिक्री करा रही है. साथ में घर बैठे मंगाने की सुविधा देते हुए अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के जरिये ऑनलाइन बिक्री भी कराई जा रही है. फास्टैग के लिए के लिए 27 बैंकों के साथ भागीदारी की गई है.
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