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नाम के पहले अक्षर से जानें किस फिल्म स्टार से मिलती है आपकी आदतें

Posted at: Apr 13 , 2019 by Dilersamachar 10482
दिलेर समाचार, ज्योतिष विद्या हमारे भारत की अति प्राचीन विद्या है। इसके महत्व को विज्ञान भी नहीं नकार सका है। हमारे प्राचीन संतों, ऋषि मुनियों ने न जाने किस अज्ञात शक्ति के बल पर आकाश मंडल का ऐसा व्यापक अध्ययन व निष्कर्ष प्रस्तुत किया है कि आधुनिक विज्ञान ने भी उसे स्वीकार किया है। प्रायः आम व्यक्ति में यह धारणा होती है कि ज्योतिष व राशियां केवल अतीत, भविष्य और वर्तमान ही बता सकती हैं जबकि यह तथ्य भी सामने आया है कि राशियां न केवल हमें आने वाले संकट का सामना करने के लिए संकेत देती हैं बल्कि हमारे स्वभाव, गुण अवगुण आदि का भी परिचय कराती हैं। ज्यादातर राशियां केवल पुरूषों के संदर्भ में ही देखी जाती हैं। इनमें महिलाओं की स्थितियों को अनदेखा कर दिया जाता हे, लेकिन यहां हम राशियों को महिलाओं के संदर्भ में ही देखेंगे अर्थात् किस राशि की महिला का स्वभाव कैसा होता है, इस बात पर प्रकाश डालेंगे।

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मेष राशिः- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, म):- मेष राशि वाली महिलाएं राजसी स्वभाव की होती हैं। वे अंदाज लगाकर अधिक काम लेती हैं। दूसरों का निरीक्षण व परीक्षण करते समय इनका स्वभाव समान होता है। अनुराग इन्हें विशेष प्रिय होता है। मेष राशि वाली स्त्रिायां अपने पति पर शासन करने की इच्छुक होती हैं। इस राशि की स्त्रिायां विपरीत लिंग को अपनी ओर आकर्षित करती हैं लेकिन अपने इसी कारण से ये कभी-कभी अवांछनीय स्थिति में भी फंस जाती हैं। इन्हें स्थायी सुख की प्राप्ति नहीं हो पाती। इस राशि की स्त्रिायां अपने से कम आयु या समान आयु वाले पुरूषों के साथ विवाह करती हैं। मेष राशि की जिन लड़कियों के घर की आर्थिक स्थिति खराब होती है वे कम आयु में ही विवाह कर लेती हैं परन्तु ऐसे विवाह संबंध प्रायः आगे जाकर टूट जाते हैं। इस राशि की स्त्रिायों का संपर्क ऐसे लोगों से होता है जो शासक श्रेणी से या महान कार्य करने वाले होते हैं। वे बुद्धिमान, रूपवान, गुणवान तथा दूरदर्शी भी होती हैं और अपनी संतान के प्रति अधिक ममत्व भी रखती हैं। अपनी संतान की खुशी की खातिर ये कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाती हैं। मेष राशि वाली स्त्रिायों में प्रेरणा देने की बहुत बड़ी शक्ति होती है। वे स्वाभिमानी, आकर्षक, व स्वतंत्रा विचारों वाली तथा दृढ़ मस्तिष्क वाली होती हैं। उन्हें सहज में ही बहलाया नहीं जा सकता।

वृष राशिः- (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू वे, वो)ः- वृष राशि की स्त्रिायां अच्छी गृहिणी होती हैं। व्यवहार में कुशल होती हैं। अच्छी मां हो सकती हैं। झगडालू नहीं होती। इनका प्रत्येक कार्य रूचिपूर्ण होता है। साथ ही वे पाक कला में भी निपुण होती हैं। नाना प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाना उनका स्वभाव होता है। इन्हें संतुष्ट कर पाना ज्यादा कठिन नहीं होता। ये कर्त्तव्यनिष्ठ होने के साथ ही आराम पसंद भी होती हैं। साथ ही इतनी समझदार भी होती हैं कि उन्हें मूर्ख नहीं बनाया जा सकता। इन्हें आज्ञा दिये जाना पसंद नहीं होता। वृष राशि की स्त्रिायां आनंद और अनुभव दोनों की भूखी होती हैं। वृष राशि की स्त्रिायां विचित्रा ही रूचियों वाली होती हैं। इस राशि की महिलाएं गायिका तथा सौंदर्य विशेषज्ञ के रूप में भी सफलता प्राप्त करती हैं। प्रायः जिद्दी होती हैं और मनमानी भी करना चाहती हैं। ये आत्मनिर्भर बन सकती हैं लेकिन इसके लिए इन्हें संघर्ष करना पड़ेगा। जिस पर विश्वास कर लेती हैं उस पर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तत्पर रहती हैं। अपनी प्रशंसा सुनने की इच्छुक रहती हैं। कभी कभी इन्हें अपनी जिद के कारण हानि भी उठानी पड़ती है। भ्रमण की शौकीन और अच्छे मित्रों के लिए अच्छी होती हैं। पुरूष पर अपना पूर्ण अधिकार चाहती हैं।

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वातावरण के अनुकूल स्वयं को ढालना इनकी विशेषता है। प्रत्येक व्यक्ति से ये कुछ न कुछ सीखने को तत्पर रहती हैं चाहे वह अच्छा हो या बुरा। प्राकृतिक सौंदर्य प्रिय होती हैं। समझदार और साहित्यिक तथा अच्छी पुस्तकें पढ़ने में रूचि रखती हैं। अपने कर्त्तव्य को निभाने में सदा आगे रहती हैं। अभ्यागतों और अतिथि सत्कार में ये दिल खोल कर खर्च करती हैं। गृहकार्य करने में भी कुशल होती हैं। बाजार से वस्तु खरीदते समय मोल भाव करना इन्हें पसंद नहीं। बजट के अंदर ही खर्च चला पाना इन्हें नहीं आता क्योंकि ये सदा दिल खोल कर खर्च करती हैं। दृढ़ प्रेम पाने की इच्छा रखती हैं और मनोनुकूल साथी मिलने पर जीवन भर उसका साथ बखूबी निभाती हैं। पारिवारिक प्रतिष्ठा के लिए बहुत अधिक खर्च करती हैं। इस राशि की महिलाआंे से कोई भी कार्य बलपूर्वक नहीं करवाया जा सकता। वृष राशि की स्त्रिायां जीवन का भरपूर आनंद उठाना चाहती हैं। इन्हें अज्ञात स्थानों से भी मित्रों की प्राप्ति होती रहती हैं। ये स्त्रिायां भावुक होती हैं और एक कलाकार का हृदय भी रखती हैं। संगीत और रूचिकर खाद्य पदार्थों की शौकीन होती हैं। वृष रााशि वाली स्त्रिायां अत्यंत ही महत्वाकांक्षी भी होती हैं।

मिथुन राशिः- (क, कु, घ, ड़, छ, के, को, ह)ः- मिथुन राशि वाली स्त्रिायां पुरूष पर हावी रहती हैं। मिथुन राशि वाली स्त्राी को आकर्षित करने के लिए पुरूष का हंसमुख होना जरूरी है। मिथुन राशि की स्त्राी बहुत अधिक बातूनी होती है। मिथुन राशि की स्त्रिायां घूमने-फिरने, भ्रमण आदि की ओर विशेष रूप से आकर्षित होती हैं। इन्हें बंधन और नियंत्राण से नहीं बांधा जा सकता। बात बात पर हंसना इनका स्वभाव होता है। इस कारण ये व्यर्थ में ही शत्राुता पैदा कर लेती हैं। इन्हें प्रायः बुद्धिमान पति ही पसंद आता है। ये किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेती। अपना सरल स्वभाव और बातूनी होने के कारण लोग इन पर शंका कर बैठते हैं। इस राशि की महिलाएं खाली नहीं बैठती। वे एक कुशल गृहिणी भी नहीं होती। प्रातः 8 से 10 के बीच जन्म लेने वाले जातक रोमांटिक होते हैं। मिथुन राशि की स्त्रिायां चंचल स्वभाव की होती है। मिथुन राशि की स्त्रिायों के साथ केवल खुशमिजाज और कार्य प्रिय व्यक्तियों की ही पट सकती है।

कर्क राशिः- (हि, हु, हो, हे, डा, डी, डू, डे, डो)ः- कर्क राशि की महिलाएं भोजन पर अधिक खर्च करने वाली होती हैं। ये भोजन पर इतना अधिक खर्च कर देती हैं कि घर के शेष कार्यों में धन की कमी पड़ जाती है। कर्क राशि की महिलाएं सुंदर और एकांतप्रिय होती हैं। कर्क राशि की स्त्रिायां अपने साथ शिशु जैसा व्यवहार चाहती हैं। इन्हें कठिन समय के लिए पैसे की बचत करना आता है। पुरूष को वे एक नजर में ही पहचान लेती हैं। अपने बच्चों के लिए ये स्त्रिायां सर्वोत्तम भाव रखती हैं और अपने बच्चों के लिए संकट भी उठाने के लिए तैयार रहती हैं। कर्क राशि की स्त्रिायां मां की अपेक्षा अपने पिता से ज्यादा स्नेह करती हैं। कर्क राशि की स्त्राी अपने प्रति पर्याप्त सर्म्पण तथा प्रौढ़ता की इच्छुक रहती हैं। उसे धोखा देने का अर्थ स्वयं को धोखा देना होता है। इस राशि की स्त्रिायां अधिकतर घरेलू प्रकृति की अच्छी गृहिणी होती हैं। अन्य सभी राशियों से कर्क राशि में इस गुण की मात्रा अत्यधिक पायी जाती है।

सिंह राशिः- (मा, मी, मू, मो, टा, टी, टू, टे)ः- सिंह राशि की स्त्रिायां नाटकीयता पसंद करती हैं। वे स्वयं का बड़ा ही महत्व समझती हैं। उनका व्यक्तित्व चुंबकीय होता है। सिंह राशि की महिलाएं अपने पति अथवा प्रेमी के जीवन में पर्याप्त परिवर्तन लाने की क्षमता रखती हैं। सिंह राशि की स्त्राी धैर्यशालिनी तथा संतुलित नहीं रह पाती। इस प्रकार की महिलाओं को डरा धमकाकर बहकाया नहीं जा सकता। सिंह राशि की महिलाएं झेंपती नहीं हैं। आयुवृद्धि के साथ ही उनमें स्त्रिायोचित गुणों का विकास होता चला जाता है। अपने पर आश्रित रहने वाले व्यक्ति की ओर ये आकृष्ट होती हैं। इन्हें डरा कर कोई भी काम नहीं कराया जा सकता। विनम्रता से ही ये आज्ञा का पालन करती हैं। ऐसी महिलाएं परिवार के सभी सदस्यों पर हावी रहती हैं। एक प्रकार से डिक्टेटर सा बर्ताव करती हैं।

कन्या राशिः- (टो, या, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)ः- कन्या राशि की महिलाएं स्वच्छताप्रिय होती है और व स्वयं अपने लिए तथा अपने साथी पुरूष के लिए स्फूर्तिमय एवं भावी योजनाओं में सहायता देने वाली सिद्ध होती हैैंं। इनका विश्वास करना लाभदायक होता है। कन्या राशि की स्त्रिायां धन की लालची होती हैं तथा अपने बनाव श्रंृगार पर वे आवश्यकता से अधिक खर्च करती हैं। नए नए वस्त्रा इन्हें विशेष प्रिय होते हैं। कन्या राशि की स्त्रिायां आभूषणों की इच्छुक होती हैं। अपनी स्वच्छता की सनक में दूसरों को भी परेशानी में डाल सकती है। इस राशि की स्त्रिायां बुद्धिमानी, भक्तिमयी, स्पष्टवादिनी होती हैं। उन्हें प्रसन्नता की भूख होती है। कन्या राशि की स्त्रिायां एक सफल गृहिणी होती हैं।

तुला राशि:- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू ते):- तुला राशि की स्त्रिायां साझेदारी, सौंदर्य, एवं कलात्मकता प्रिय होती हैं। वे यह चाहती हैं कि लोगों के द्वारा उनका महत्व समझा जाए, बिना कुछ पूछे ही उनकी प्रशंसा की जाए, बिना संदेह के उनकी प्रत्येक बात को स्वीकार किया जाए, साथ ही उनसे संतुलित व्यवहार किया जाए। तुला राशि की स्त्रिायां विवाह को गंभीर विषय मानती हैं। ये चरित्रावान होती हैं। उन्हें कुछ छूट देना तथा उनके प्रति दयालु होना भी आवश्यक है। इस राशि की स्त्राी को वश में करने का अर्थ है, शान्ति-संतोष,प्रेम को प्राप्त कर लेना। तुला राशि की स्त्राी सबकी नजरों का केन्द्र बनने की अभिलाषिणी होती है। इस राशि की स्त्रिायां किसी युवक की दासी बनने की अपेक्षा एक प्रौढ़ की प्रेमिका बनना ज्यादा पसंद करती हैं। इन स्त्रिायों की कलाप्रियता रूचिकर होती है। पति की अनुपस्थिति में तुला राशि की स्त्राी के लिए पर्याप्त काम होना चाहिए। बागवानी का काम इन के लिए ज्यादा अच्छा रहता है।

वृश्चिक राशिः- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू):- वृश्चिक राशि की स्त्रिायां शीघ्र ही कुपित एवं शीघ्र ही प्रसन्न होने वाली होती हैं। ये स्त्रिायां पूर्ण रूप से स्वामीभक्त होती है। वृश्चिक राशि वाली स्त्रिायां कुछ रहस्यमय स्वभाव की तथा परिस्थिति के अनुसार बदलने वाली होती हैं। वृश्चिक राशि वाली स्त्राी से संबंधित पुरूष स्वयं को जीवन्त सा महसूस करता है। वृश्चिक राशि वाली स्त्रिायों की इन्द्रिय लोलुपता के संबंध में बाहरी लोगों को प्रायः पता नहीं रहता। वृश्चिक राशि वाली स्त्रिायों में अति संवेदनशीलता का समावेश होता है। इस राशि के जातकों का विवाह तो होता है परंतु इन्हें पति/पत्नी का अधिक सुख नहीं मिलता। ये प्रायः दूसरा विवाह भी करते हैं।

धनु राशि:- (ये यो, भी, भू, ध, फ, फ, ठ, भे):- धनु राशि की स्त्रिायां आदर्शवादी होती हैं। ईमानदारी व स्पष्टवादिता इनमें कूट कूट कर भरी होती हैं। इस राशि की स्त्रिायों का साथ पाने के लिए इनके आत्मसम्मान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। वह अत्यंत स्वाभिमानी व सुसंस्कृत होती हैं। इन्हें स्वतंत्रा निर्णय लेने की आदत होती है। धनु राशि की स्त्रिायों को स्पष्टवादी पुरुष प्रिय होते हैं। वे दयालु पुरूष की ओर विशेष आकर्षित होती हैं। इस राशि की स्त्रिायां चतुर तथा गृह कार्य में दक्ष होती हैं। ये स्त्रिायां भावुक होती हैं। आधुनिक प्रकृति की होने पर भी लज्जा का प्रदर्शन करती हैं। इनके साथ ईमानदार रहना भी आवश्यक है।

मकर राशि:- (भो, जा, जी, जू, जे, जो, खा, खू, खे, खो, गा, गी):- मकर राशि की स्त्रिायां भविष्य के बारे में सहायक हो सकती हैं। अत्यधिक भावनामयी होती हैं, भौतिक प्रकृति वाली तथा रूढि़ की विरोधिनी होती हैं। मकर राशि की स्त्रिायों को प्रायः भौतिकवादी कहा जाता है, परन्तु वे केवल अपने प्रियतम की सुरक्षा के लिए चिन्तित रहने वाली होती हैं। मकर राशि की स्त्रिायां संरक्षण चाहती हैं। उन्हें अपने बाह्य स्वरूप की बड़ी चिंता रहती हैं। वे अपने परिवार की प्रतिष्ठा को ऊंचा उठाने में प्रयत्नशील रहती हैं। वे पुरूष को पहचानने के बाद उससे प्रेम करती हैं और उसके प्रति निष्ठावान बनी रहती हैं।

कुंभ राशि:- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा):-इस राशि वाली स्त्रिायों के पांव सुंदर तथा आकर्षक होते हैं। इन्हें अपने प्रसव में अधिक कष्ट होने की संभावना होती हैं। इनके नवजात शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा नहीं रहता और इन्हें पालन पोषण में भी अधिक कष्ट उठाना पड़ता है। कुंभ राशि की स्त्रिायां स्वप्न जगत में विचरण करने वाली होती हैं। इन्हें शीतल मदिरा के समान समझना चाहिए। उनका अपना रास्ता सबसे ही अलग होता है। इन्हें पग पग पर संघर्ष प्रिय होता है। इनके स्नेह का स्तर अधिक होता है। साथ ही ये भावुक भी होती हैं। इन स्त्रिायों की भावी योजनाओं का पता लगाना कठिन होता है। वे सदा नवीन विचारों में व्यस्त रहती हैं। बड़ी आयु होने पर भी यदि लक्ष्यों की पूर्ति न हो तो ये प्रायः दुःखी रहती हैं। इनका मिजाज भी चिड़चिड़ा हो जाता है। महान अभिलाषाओं के प्रति न रूकने की प्रवृत्ति बनी रहती है।

मीन राशिः- (दी, दू, था, झ, म, दे, दो, चा, ची):- इस राशि की महिलाएं एक साथ ही कवि एवं योद्धा जैसी होती हैं। ये परिस्थिति के साथ बदलने की क्षमता रखती हैं। व्यक्ति को पढ़ने की अद्भुत क्षमता रखती हैं। यदि इन्हें विश्वास में लिया जाए तो ये एक अच्छी साथिन सिद्ध हो सकती हैं। इस राशि की स्त्राी नृत्य एवं अभिनय प्रिय भी होती हैं। मीन राशि वाली स्त्रिायों की आंखें आमंत्राण एवं भावुकता से परिपूर्ण होती हैं। इनके लिए सहानुभूति एवं दयालु होना सर्वोपरि होता है। इस राशि की स्त्रिायों के संपर्क में आने वाले पुरूष को सत्य पर कभी भी पर्दा नहीं डालना चाहिए क्योंकि इस राशि की स्त्रिायां असत्य से घोर घृणा करती हैं।

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