दिलेर समाचार, उज्जैन। महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान महाकाल को बुधवार सुबह सवा मन फूलों के सेहरा बांधा गया। इसके साथ ही सोने के कुंडल, छत्र व मोरपंख, सोने के त्रिपुंड से सजाया गया। दूल्हे के रूप में सजे भगवान महाकाल के आकर्षक श्रृंगार को देख श्रद्धालु मोहित हो रहे हैं। दोपहर 12 बजे मंदिर में भस्मारती हुई।
भगवान महाकाल के सिर पर सजा सेहरा मोगरा, कुंद, चमेली और आंकड़े के फूलों से से सजाया गया। इसके साथ ही सेहरे में अंगूर और बेर के फलों का भी उपयोग किया गया है। सेहरे को आकर्षक स्वरूप देने के लिए पूना से विशेष तौर पर जरवेरा फूल मंगवाए गए थे। सेहरा बनाने में 100 किलो से ज्यादा फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
इसके पहले मंगलवार को महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व का उल्लास छाया रहा। हालांकि बीते वर्षों के मुकाबले दर्शनार्थियों की संख्या कम रही। मंदिर समिति को बीते साल की तरह 2 लाख भक्तों के आने की उम्मीद थी, मगर आंकड़ा 50 हजार पर भी नहीं पहुंच पाया। अधिकारियों के अनुसार मंगलवार को 42 हजार श्रद्धालुओं ने दूल्हा बने महाकाल के दर्शन किए।
वीआईपी को एंट्री
महाकाल मंदिर में नैवेध द्वार से अरविंद सिंह मेनन को प्रशासन के लोगों ने ही 5 लोगों के साथ प्रवेश दिया। इसी के साथ वीआईपी और पुजारियों के परिवार और यजमानो के प्रवेश से दर्शन व्यवस्था बिगड़ गई। विधायक फिरोजिया इस पर नाराज हो गए और कहा कि श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं हो पा रहे। इसके बाद विद्यायक बिना भस्मारती किए बाहर हो गए।
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