दिलेर समाचार, सियोल। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने शनिवार (28 अप्रैल) को दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के साथ हुई शिखर वार्ता में कहा कि वह अगले महीने देश के परमाणु परीक्षण स्थल को बंद कर देंगे. मून के कार्यालय ने रविवार (29 अप्रैल) को यह जानकारी दी. मून के प्रवक्ता ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘किम ने शिखर वार्ता के दौरान कहा...कि वह मई में परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने के लिये काम करेंगे.’’ इससे पहले प्योंगयोंग की सरकारी मीडिया ने बीते 28 अप्रैल को कहा कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के बीच हुई अंतर-कोरियाई ‘ऐतिहासिक’ शिखर वार्ता ने एक नए युग के लिए मार्ग प्रशस्त किया है.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘केसीएनए’ ने कहा ‘‘ऐतिहासिक वार्ता ने राष्ट्रीय सुलह, एकता, शांति एवं समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत की है.’’ दस्तावेजों में दोनों नेताओं ने इस बात की पुष्टि की कि ‘‘परमाणु मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप का साझा लक्ष्य पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए ही पूरा हो सकता है.’’ प्योंगयांग कई वर्षों से इस बात पर जोर देता रहा है कि वह परमाणु हथियारों का अपना ‘खजाना’ नहीं छोड़ेगा. उसका कहना है कि उसे अमेरिकी आक्रमण से निपटने के लिए इसकी आवश्यकता है.
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेता बीते 27 अप्रैल को एक ऐतिहासिक शिखर बैठक में स्थायी शांति समझौता और विभाजित प्रायद्वीप के पूर्ण निरस्त्रीकरण की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर सहमत हुए. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने पनमुंजोम घोषणा पर हस्ताक्षर करने के बाद एक दूसरे को गले लगा लिया.
दोनों नेताओं ने एक बयान जारी कर, ‘पूर्ण निरस्त्रीकरण और परमाणु मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप के साझा लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रतिबद्धता जताई.’ उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने इस बात पर भी सहमति जताई कि वे कोरियाई युद्ध के स्थायी समाधान की दिशा में इस साल प्रयास करेंगे और इसके सैन्य हल के बजाए शांतिपूर्ण संधि से इसे खत्म करने की दिशा में पहल की जाएगी.
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