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अफगान की इकोनॉमी पर कंट्रोल चाहता है पाकिस्तान

Posted at: Sep 10 , 2021 by Dilersamachar 10392

दिलेर समाचार, नई दिल्ली/इस्लामाबाद. अफगानिस्तान (Afghanistan) की सेना में प्रवेश के साथ-साथ खुफिया जानकारी प्राप्त करने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) अब वहां की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करना चाहता है. गुरुवार को पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के लिए अपनी आर्थिक योजनाओं की घोषणा की. पाकिस्तान ने तालिबान (Taliban) के साथ पाकिस्तानी रुपये (Pak Currency) में द्विपक्षीय व्यापार करने का फैसला किया है.

पाकिस्तान के केंद्रीय वित्त मंत्री शौकत तारिन ने गुरुवार को बताया कि उनकी सरकार ने अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तानी मुद्रा में व्यापार करने का फैसला किया है. तारिन ने कहा कि अफगानिस्तान के पास डॉलर्स की कमी है. इसलिए पाकिस्तान अपनी मुद्रा में ही व्यापार करेगा.

शौकत ने कहा, ‘अफगानिस्तान की स्थिति पर लगातार नजर बनी हुई है. पाकिस्तान अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद करने के लिए वहां एक टीम भी भेज सकता है.’ बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष समेत कई संस्थाओं ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी है और उसकी संपत्तियों को भी फ्रीज कर दिया है. ऐसे में सरकार बनाने के बाद भी तालिबान की हालत कंगाल जैसी है. पाकिस्तान से पहले चीन ने तालिबान सरकार के लिए 310 लाख डॉलर की मदद का ऐलान किया है.

इससे पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार अमेरिकी डॉलर में था. अफगान मुद्रा शक्तिशाली थी. लेकिन पाकिस्तान के इस कदम से पाकिस्तानी करेंसी का अफगान व्यापारियों और व्यापारिक समुदाय पर कब्जा हो जाएगा.

तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान अभी अफरा-तफरी और अस्थिरता के माहौल से जूझ रहा है. नई सरकार को किसी भी कीमत पर आर्थिक मंदी से बच है. शायद इसलिए तालिबान को भी ये फैसला मंजूर हो. अफगानिस्तान के बजट का 80 फीसदी अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आता है, जो बंद हो चुकी है. जिसकी वजह से हाल के महीनों में एक लंबे समय से चल रहा आर्थिक संकट और बढ़ गया है. तालिबान शायद ही ये अलगाव बर्दाश्त कर सके.

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