दिलेर समाचार, नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपने कैबिनेट मंत्रियों को दी गई सलाह का साफ असर दिखने लगा है. दरअसल पीएम मोदी ने सोमवार शाम अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ बैठक की थी. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने अपने मंत्रियों से बेवजह की बयान से बचने और अपने मंत्रालय से जुड़ी ही बात करने का निर्देश दिया था. इसके साथ ही उन्होंने मंत्रियों को समय से दफ्तर आने को भी कहा थी.
पीएम मोदी की इस वक्त की पाबंदी वाली सलाह का असर मंगलवार सुबह ही साफ दिखा, जब कई मंत्रियों ने 9 बजे से पहले ही कामकाज शुरू कर दिया. सबसे पहले कार्यभार संभालने वाले मंत्रियों में एक एस जयशंकर थे. उन्होंने करीब सवा 8 बजे ही विदेश मंत्रालय पहुंचकर काम शुरू कर दिया. इसके अलावा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव इसी विभाग में बतौर राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने भी मंगलवार सुबह 9 बजे से पहले ही जिम्मेदारी संभाल ली.
बतौर विदेश मंत्री कार्यभार संभालने के बाद एस जयशंकर ने कहा, ‘ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे फिर से विदेश मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है… पिछले टर्म में विदेश मंत्रालय ने बहुत बढ़िया काम किया, कई बड़ी चुनौतियां भी देखी है… चाहे वह G20 का आयोजन हो या वंदे भारत मिशन हो या कोविड़ वैक्सीन की सप्लाई हो… ऑपरेशन गंगा और ऑपरेशन कावेरी को कंडक्ट किया है. भारत फर्स्ट और वसुदेव कुटुंबकम विदेश मंत्रालय का गाइडिंग प्रिंसिपल होगा.’
विदेश मंत्री ने इसके साथ ही कहा, ‘पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के दौरान विदेश मंत्रालय जन केंद्रित मंत्रालय बना है. भारत का महत्व लगातार बढ़ रहा है. दूसरे देश को भी लगता है कि भारत सचमुच उनका मित्र है. अगर संकट के समय एक देश ग्लोबल साउथ के साथ खड़ा है तो वह भारत है.’
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